बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020) को लेकर सियासी घमासान जोरों पर है। इस बीच मुंगेर (Munger) में प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस की फायरिंग में एक शख्स की मौत को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। इस मामले में जहां पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। साथ ही मुंगेर की एसपी लिपि सिंह (Lipi Singh) पर भी यूजर्स ने निशाना साधा है। सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर पर लिपि सिंह (Lipi Singh) ट्रेंडिंग में हैं। लोग उनकी तुलना जनरल डायर से कर रहे हैं, साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आखिर लिपि सिंह कौंन हैं और मुंगेर मामले में उनका और प्रशासन का क्या कहना है, बताते हैं आगे।
कौन हैं आईपीएस लिपि सिंह
आईपीएस अधिकारी लिपि सिंह इस समय मुंगेर की एसपी हैं। उनके पिता आरसीपी सिंह राज्यसभा सांसद और सीएम नीतीश कुमार के बेहद करीबी लोगों में से एक हैं। लिपि सिंह अकसर अपनी पुलिसिया कार्रवाई को लेकर चर्चा में रहती हैं। लिपि सिंह पिछले साल उस समय चर्चा में आई थीं जब उन्होंने मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। लिपि सिंह के पति सुहर्ष भगत भी आईएएस हैं और फिलहाल बांका के जिलाधिकारी हैं। मुंगेर की घटना को लेकर एसपी लिपि सिंह पर निशाना साधा जा रहा है। यूजर्स उनकी तुलना जनरल डायर से कर रहे हैं।
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मुंगेर में बवाल के बाद ट्विटर पर ट्रेंड हुईं लिपि सिंह
मुंगेर की घटना को लेकर एसपी लिपि सिंह ने कहा कि शहर में जिस तरह की घटना घटी है वह काफी दुखदाई और निंदनीय है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रतिमा को तेजी से विसर्जन करने का पुलिस की ओर से बार-बार अनुरोध किया जा रहा था। इसी बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर हमला करते हुए गोलीबारी शुरू कर दी। असामाजिक तत्वों की गोली से एक युवक की मौत हुई, वहीं कई लोग घायल हो गए। इस घटना में सात थानाध्यक्ष समेत 20 पुलिसकर्मी भी घायल हैं।
एसपी लिपि सिंह ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस ने हथियार, कारतूस और खोखा बरामद किया। पुलिस की गोली से युवक के मरने और घायल होने की बात से उन्होंने इनकार किया है। जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि शहर में अमन और शांति को भंग करने का प्रयास किया गया है। वायरल हो रहे वीडियो के बारे में उन्होंने कहा की इसकी सत्यतता पर जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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मुंगेर मामले पर डीआईजी मनु महाराज ने क्या कहा
डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि गृह विभाग और कोविड-19 के गाइडलाइन के साथ ही चुनाव को लेकर लगाए गए धारा 144 का उल्लंघन किया गया है। इसके बावजूद पुलिस में सहजता का परिचय देते हुए लोगों पर बिना किसी कार्रवाई के ही शांतिपूर्ण विसर्जन का अनुरोध किया। लेकिन लोगों ने पुलिस का सपोर्ट नहीं किया। मंगलवार की सुबह से सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहे हैं। उसमें बताया जा रहा है कि पुलिस की गोली से युवक की मौत हुई है। लेकिन एक भी ऐसा वीडियो नहीं है। जिसमें पुलिस की ओर से फायरिंग की जा रही हो। इसके साथ ही डीआईजी ने कहा कि अगर आम लोगों की ओर से किसी भी तरह की शिकायत पुलिस को दी जाती है तो निश्चित तौर पर आवेदन के आधार पर पुलिस मामले की जांच करेगी।
क्या था मामला
पूरा मामला शहर के दीनदयाल चौक के पास सोमवार देर रात का बताया जा रहा है, जब प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प हो गई। इसमें गोली लगने से एक शख्स की मौत हो गई, कई लोग घायल भी हुए हैं। पुलिस का कहना है कि असामाजिक तत्वों की ओर से पथराव और फायरिंग की गई, जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इसके बाद पुलिस ने हालात को संभालने के लिए कार्रवाई की। हालांकि, पुलिस की ओर से फायरिंग में युवक की मौत से अधिकारियों ने इनकार किया है।