विजयादशमी के मौके पर रविवार को संघ प्रमुख मोहान भागवत ने नागपुर स्थित मुख्यालय में शस्त्र पूजा की। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट का असंदिग्ध निर्णय आया। एकमत से निर्णय था, सारे देश ने समाज ने उसे स्वीकार किया। हर्षोल्लास का विषय होने के बाद भी संयम से उसे मनाया। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से किसी को कोई खतरा नहीं है।
कोरोना को बढ़ा-चढ़ाकर बताया, लेकिन जनता सावधान हुई
हम कह सकते हैं कि सारी परिस्थिति में कोरोना महामारी से होने वाला नुकसान भारत में कम है, इसके कारण कोरोना की बीमारी कैसे फैलेगी इसे समझकर हमारे शासन-प्रशासन ने उपाय बताए। उनका अमल हो, इसकी तत्परता से योजना की। उन्होंने इसका बढ़ा-चढ़ाकर इसका वर्णन किया, जिससे जनता में भय आ गया। लेकिन उसका फायदा भी हुआ कि जनता अतिरिक्त सावधान हो गई।
कोरोना में सारा समाज दूसरों की चिंता करने में जुट गया। लोग सहायता लेकर गए तो लोगों ने यह तक कहा कि हमारे पास सात दिन का राशन है, जिसे जरूरत है उसे दीजिए। संकट में लोगों ने परस्पर सहयोग दिखाया। अंग्रेजी में इसे सोशल कैपिटल कहते हैं, लेकिन यह हमारे संस्कारों में हैं। बाहर से आकर हाथ-पैर धोना, सफाई का ध्यान रखना यह हमारा सांस्कृतिक संचय है, यह हमारे व्यवहार में आ गया।
कोरोना के कारण कार्यक्रम बदला
नागपुर में होने वाले संघ के इस कार्यक्रम में हर साल किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया जाता है। इस बार कोरोना महामारी के कारण किसी बाहरी व्यक्ति को कार्यक्रम में नहीं बुलाया। इस बार नागपुर में जयघोष और पथ संचलन भी नहीं किया गया।
सोशल मीडिया पर प्रसारण हुआ
50 लोगों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम सुबह आठ बजे से शुरू हुआ। इसमें पहले शस्त्र पूजन हुआ। इसके बाद ध्वजारोहण, प्रार्थना और गीत गायन हुआ। कार्यक्रम का सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण भी हुआ।
पिछली बार कहा था- केंद्र ने आर्टिकल 370 हटाकर दम दिखाया
पिछली बार विजयादशमी के मौके पर संघ प्रमुख ने कहा था कि केंद्र सरकार ने 370 हटाकर अपना दम दिखाया है। उन्होंने कहा कि जन अपेक्षाओं को प्रत्यक्ष में साकार कर, जन भावनाओं का सम्मान किया है।
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Source: DainikBhaskar.com