पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार की सत्ता में वापसी पर भाजपा 19 लाख लोगों को रोजगार देगी। इसमें चार लाख लोगों के लिए सरकारी नौकरियां होंगी और 15 लाख लोगों के लिए रोजी-रोजगार का इंतजाम। ‘भाजपा है तो भरोसा है’ के सूत्र वाक्य पर काम करने की प्रतिबद्धता जताते हुए पार्टी ने गुरुवार को अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया, जिसे संकल्प-पत्र का नाम दिया गया है। इसमें एक लक्ष्य, पांच सूत्र और 11 संकल्प को साकार करने की वचनबद्धता है। बिहार के सभी निवासियों को मुफ्त में कोरोना का टीका लगाए जाने का वादा भी किया गया है।
निर्मला सीतारमण ने जारी किया घोषणा पत्र
पटना में संकल्प-पत्र जारी करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2020 से 2025 यानी शासन के पांच वर्षो में ‘आत्मनिर्भर बिहार’ बनाने का लक्ष्य है। 19 लाख लोगों को रोजगार देने का रोडमैप तैयार किया गया है। लालू-राबड़ी के 15 वर्षो के शासन-काल की राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार के 15 वर्षो से तुलना करते हुए उन्होंने तरक्की के आंकड़ों को साझा किया। इससे पहले पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने संकल्प-पत्र के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी।
बिहार के विकास का रोडमैप पेश
निर्मला सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मेडिकल और इंजीनियरिंग आदि की पढ़ाई हिंदी में भी होगी। भाजपा अपने वादे पूरा करती है। हम जो संकल्प ले रहे हैं, बिहार की जनता जानती है कि हम उसे पूरा कर सकते हैं। पहले की सरकार (लालू-राबड़ी) में रोजगार ही नहीं था। राजग सत्ता में आया तो बिहार में रोजगार के अवसर बढ़े। कृषि के क्षेत्र में विकास दर काफी बढ़ी। प्रत्येक क्षेत्र में तरक्की आई है। राज्य का सकल घरेलू उत्पाद तीन से बढ़कर 11 फीसद पर पहुंच गया है। विकास की इस गति को कायम रखने के लिए राजग सरकार की सत्ता में वापसी जरूरी है। जनता हमें बहुमत से सरकार बनाने का मौका देने जा रही है।
एक लक्ष्य: आत्मनिर्भर बिहार
पांच सूत्र
1. शिक्षित बिहार
2. उद्योग आधार, सबल समाज
3. सशक्त कृषि, समृद्ध किसान
4. स्वस्थ समाज
5. गांव-शहर सबका विकास
ये हैं 11 संकल्प
1. आइसीएमआर द्वारा कोरोना के टीका को स्वीकृत मिलने के बाद प्रत्येक बिहारवासी का मुफ्त में टीका लगाया जाएगा।
2. मेडिकल-इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकी पाठ्यक्रम की पढ़ाई हिंदी में होगी।
3. अगले एक वर्ष में तीन लाख शिक्षकों की नियुक्ति होगी।
4. अगले पांच वर्षो में पांच लाख लोगों को आइटी हब विकसित कर रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया जाएगा।
5. बिहार में 10 लाख समूहों के जरिये 50 हजार करोड़ रुपये के सूक्ष्म वित्तीय सहायता से एक करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
6. दस हजार चिकित्सक और 50 हजार पैरा-मेडिकल कर्मियों समेत एक लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी। 2024 तक दरभंगा में एम्स के निर्माण का वादा।
7. धान, गेहूं के बाद अब दलहन की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की तय दरों पर होगी।
8. 2022 तक 30 लाख लोगों को पक्के मकान देने का वादा।
9. दो वर्षो के अंदर 15 नए निजी और कांफेड आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने का वादा।
10. मीठे पानी में पलने वाली मछलियों के उत्पादन से दो वर्षो में मछली उत्पादक राज्यों में बिहार को पहले स्थान पर लाना।
11. एक हजार नए किसान उत्पाद संघों की बेहतर आपूर्ति चेन बनाना। इससे 10 लाख रोजगार पैदा होंगे। इसमें मुख्य रूप से मक्का, फल, सब्जी, चूड़ा, मखाना, पान, मसाला, शहद, मेंथा, औषधीय पौधों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
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