Hathras Case: लगातार टच में थे हाथरस पीड़िता और आरोपी, दोनों ने किए 104 बार फोन – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले में सामने आया नया मोड़
  • यूपी पुलिस की जांच के मुताबिक, आपस में लगातार संपर्क में थे पीड़िता और मुख्य आरोपी
  • कॉल रिकॉर्ड बताते हैं कि दोनों ने एक-दूसरे को किए 104 बार फोन

हाथरस
उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले में नया मोड़ सामने आया है। यूपी पुलिस की जांच में पता चला है कि 19 वर्षीय पीड़िता मामले के मुख्य आरोपी के साथ लगातार संपर्क में थी। सितंबर में दलित महिला पर कथित गैंगरेप और जानलेवा हमले के इस मामले में उसी गांव का संदीप सिंह मुख्य आरोपी है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़िता के परिवार और मुख्य आरोपी के फोन की जांच की है। उन्होंने पाया कि पीड़िता मुख्य आरोपी के साथ लगातार टेलीफोनिक संपर्क में थी।

पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला है कि संदीप को पीड़िता के भाई के नाम से एक नंबर से नियमित कॉल आए। पीड़िता के भाई के नंबर 989xxxxx और संदीप के 76186xxxxx के बीच 13 अक्टूबर, 2019 से टेलीफोनिक बातचीत शुरू हुई। अधिकांश कॉल चंदपा क्षेत्र में स्थित और सेल टॉवरों से किए गए थे, जो पीड़िता के गांव बूलगढ़ी से बमुश्किल 2 किमी दूर थे।












हाथरस मामला: यूपी सरकार ने SC में दायर किया हलफनामा

पीड़िता और मुख्य आरोपी के बीच 104 बार बात
पुलिस के मुताबिक, कॉल रिकॉर्ड बताते हैं कि दो फोन नंबरों के बीच 62 कॉल आउटगोइंग और 42 इनकमिंग समेत कुल कॉल 104 थे। पुलिस के अनुसार, कॉल रेकॉर्ड से पता चलता है कि पीड़िता और मुख्य आरोपी लगातार संपर्क में थे।

ये है पूरा मामला
हाथरस की घटना 14 सितंबर को हुई थी, जब पीड़िता एक खेत में काम कर रही थी। जब उसे आरोपी ने पास के खेत में खींच लिया था और उसके साथ मारपीट की गई थी। परिवार का आरोप है कि उसके साथ गैंगरेप किया गया और उसका गला घोंटा गया। इसके चलते उसे गर्दन की हड्डियों और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटों के साथ अलीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भेजा गया, जहां 29 सितंबर को उसकी मृत्यु हो गई।












हाथरस रेप मामला: पुलिस ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा बढ़ाई

ऐसे तेज हुई न्याय की मांग
सोशल मीडिया पर पीड़िता की मौत पर तीखी प्रतिक्रिया हुई। पीड़िता के लिए न्याय की मांग करने वाली आवाजें बुलंद हो गईं जब यूपी पुलिस ने रात में उसके शव का विवादास्पद तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों ने कहा कि शव का अंतिम संस्कार करने से पहले पुलिस ने उनकी सहमति नहीं ली।

Related posts