कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेसियों ने दिल्‍ली में ट्रैक्‍टर जलाया, जावड़ेकर बोले- नाटक है! – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • कृषि विधेयकों पर राष्‍ट्रपति ने कर दिए हस्‍ताक्षर, बन गए कानून
  • दिल्ली में राजपथ पर जमा हुए प्रदर्शनकारी, ट्रैक्‍टर में लगा दी आग
  • आज शहीद भगत सिंह नगर में धरने पर बैठेंगे पंजाब के मुख्‍यमंत्री
  • कर्नाटक में किसान संगठनों ने बुलाया बंद, भारी पुलिस फोर्स तैनात

नई दिल्‍ली
कृषि क्षेत्र से जुड़े कानूनों में बदलाव पर दिल्‍ली समेत देश के कई हिस्‍सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्‍ली में सोमवार सुबह कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने राजपथ पर एक ट्रैक्‍टर को आगे लगा दी। इंडिया गेट के पास ट्रैक्‍टर लाकर विरोध किया जा रहा था। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच आग बुझाई। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसे ‘कांग्रेस का नाटक’ करार दिया है। दूसरी तरफ, कर्नाटक में किसान संगठनों ने आज बंद बुलाया है। वहीं पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह आज शहीद भगत सिंह नगर में कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठेंगे।

युवा कांग्रेसियों ने लगाई ट्रैक्‍टर में आग
पंजाब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को इंडिया गेट के पास एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर अपना विरोध जताया। क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती पर सुबह लगभग 7.15 बजे विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए पंजाब युवा कांग्रेस के लगभग 10-15 कार्यकर्ता एक ट्रक से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने ट्रक से एक ट्रैक्टर को उतारा और उसमें आग लगा दी। आईवाईसी ने एक ट्वीट में भगत सिंह की कही बात को उद्धृत करते हुए कहा, “अगर बहरों को सुनाना है, तो आवाज बहुत तेज होनी चाहिए : भगत सिंह।” ट्वीट में कहा गया, “शहीद भगत सिंह की स्मृति के सम्मान में, पंजाब युवा कांग्रेस ने इंडिया गेट पर एक ट्रैक्टर को जलाकर किसानों के प्रति भाजपा सरकार के उदासीन रवैये का विरोध किया। सोते हुए सरकार को जगाओ। इंकलाब जिंदाबाद।”

कर्नाटक बंद, पंजाब में भी धरना
नए कानूनों के विरोध में कर्नाटक के किसान संगठनों ने आज राज्‍यव्‍यापी बंद बुलाया है। बवाल की आशंका को देखते हुए कई जिलों में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह भी धरने पर बैठेंगे। वह तीनों कानूनों के खिलाफ शहीद भगत सिंह नगर में धरना देंगे। शुक्रवार को किसानों ने इन कानूनों के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया था। तब पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों में चक्का जाम किया गया था।

केंद्र सरकार ने बताया ‘नौटंकी’
दिल्‍ली में ट्रैक्‍टर जलाने पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया है। उन्‍होंने लिखा, ‘कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रक में ट्रैक्‍टर लाए और इंडिया गेट के पास जलाया। यही कांग्रेस का नाटक। इसलिए कांग्रेस को लोगों ने सत्ता से बेदखल किया।’ दिल्ली भाजपा मीडिया सेल के प्रमुख नीलकांत बख्शी ने कहा कि वह ट्रैक्‍टर जलाने वाले युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टर लाकर हिंसा फैलाने के लिए उसमें आग लगा दी। बख्शी ने कहा, “वे देश में दंगे कराने की कोशिश कर रहे हैं और मैं इस साजिश को रोकने के लिए एफआईआर दर्ज कराऊंगा।”

सरकार बार-बार दे रही आश्‍वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मंचों से किसानों की शंकाओं को दूर कर चुके हैं। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बार-बार कहा है कि किसानों से एमएसपी पर फसलों की खरीद पहले की तरह जारी रहेगी। उन्‍होंने कहा कि नए कानूनों में किसानों को एपीएमसी की परिधि के बाहर अपने उत्पाद बेचने को विकल्प दिया गया है। सरकार का तर्क है कि इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और किसानों को उनके उत्पादों का लाभकारी दाम मिलेगा।

राष्ट्रपति कोविंद ने कर दिए हस्ताक्षर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को तीनों विवादित विधेयकों को मंजूरी देकर उन्‍हें कानून बना दिया। कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 पर 24 सितंबर को और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020 अब कानून बन गए हैं।

कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (SAD) सहित कई विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से बिलों पर हस्ताक्षर नहीं करने का आग्रह किया था। नरेंद्र मोदी सरकार में एसएडी की एकमात्र खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने लोकसभा में विधेयकों पर मतदान से पहले इस्तीफा दे दिया था। इसी मुद्दे पर उनकी पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) भी छोड़ दिया था।

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