किसानों के लिए बड़ी खबर! केंद्र ने रबी फसलों के लिए घोषित किया नया MSP, जानें किस पर बढ़ाए कितने रुपये – News18 हिंदी

कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने संसद को बताया कि मोदी कैबिनेट ने सभी रबी फसलों का MSP बढ़ाने का फैसला किया है.

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने लोकसभा को बताया कि कैबिनेट की बैठक में आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने रबी फसलों (Rabi Crop) का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. इसके तहत गेहूं, सरसों, जौं समेत कई फसलों के एमएसपी में इजाफा कर दिया गया है.

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  • Last Updated:
    September 21, 2020, 11:18 PM IST
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नई दिल्ली. कृषि लागत व मूल्य आयोग (Commission for Agricultural Costs and Prices) की सिफारिशों को मानते हुए केंद की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) ने रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि का फैसला कर लिया है. बता दें कि आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया था कि एमएसपी की व्‍यवस्‍था पहले की तरह बरकरार रहेगी. नए कानून से किसानों को मंडी के साथ ही बाहर कहीं भी और किसी को भी अपनी उपज बेचने की आजादी मिल जाएगी. केंद्र ने 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए राज्यों के कृषि उपज विपणन समिति (APMC) कानून के तहत संचालित मंडियों के अलावा वैकल्पिक चैनल मुहैया करने के लिए नया कानून बनाया है.

गेहूं के एमएसपी में इजाफे से किसानों को होगा 106 फीसदी मुनाफा
कृषि उत्‍पादों के एमएसपी को लेकर जारी विवाद के बीच मोदी कैबिनेट की सोमवार को हुई बैठक में आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने रबी फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने लोक सभा (Lok Sabha) को बताया कि रबी विपणन वर्ष 2021-22 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिया गया है. तोमर ने सदन को बताया कि गेहूं का एमएसपी 50 रुपये बढ़ाकर 1,975 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. इससे गेहूं किसानों को लागत पर 106 फीसदी तक लाभ मिलेगा. इस दौरान उन्‍होंने साफ किया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद आगे भी जारी रहेगी.

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चना के एमएसपी में 225 रुपये तो जौं में 75 रुपये की बढ़ोतरी की
कृषि मंत्री ने यह घोषणा ऐसे समय की है, जब संसद में पारित कृषि संबंधी दो विधेयकों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ स्थानों पर विपक्ष के साथ किसान भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. तोमर ने सदन को बताया कि सीसीईए ने चना के समर्थन मूल्‍य में 4.6 फीसदी यानी 225 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का फैसला किया है. इससे चने का एमएसपी 5,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. इससे किसानों को लागत के मुकाबले 78 फीसदी का मुनाफा होगा. वहीं, मोटे अनाज में जौं के समर्थन मूल्‍य में 4.9 फीसदी या 75 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़त की गई है और इसका एमएसपी 1,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. इससे किसानों को लागत पर 65 फीसदी का मुनाफा होगा.

केंद्र सरकार ने रबी फसलों के लिए नया MSP घोषित किया.

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मसूर और सरसों के न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य में भी किया इजाफा
संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि सीसीईए ने मसूर का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य 5,100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. दूसरे शब्‍दों में समझें तो इसके एमएसपी में 6.3 फीसदी यानी 300 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर दी गई है. इससे किसानों को लागत पर 78 फीसदी मुनाफा होगा. वहीं, सरसों व रेपसीड का समर्थन मूल्य 5.1 फीसदी यानी 225 रुपये बढ़ाकर 4,650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. कुसुम्भ का एमएसपी 112 रुपये बढ़ाकर 5,327 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. इसके अलावा धान का एमएसपी बढ़ाकर 1868 रुपये, उड़द का 6,000 रुपये, मूंग का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य बढ़ाकर 7,196 रुपये और मूंगफली का एमएसपी 5,275 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.

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