आज मां के जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहते थे कैप्टन साठे, मां बोलीं- वह महान बेटा था, हमेशा दूसरों की मदद में आगे रहा

अपने अनुभव और सूझबूझ से 169 पैसेंजर्स की जान बचाने वाले एयर इंडिया के पायलट दीपक साठे अपनी मां को उनके जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहते थे। 84 साल की उनकी मां नीला साठे का जन्मदिन शनिवार को था। कैप्टन दीपक साठे नागपुर सरप्राइज विजिट पर आने चाहते थे।

उनके भतीजे डॉ. यशोधन साठे ने शनिवार को न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, “आज कैप्टन साठे की मां का जन्मदिन है। वह आखिरी बार अपने परिवार से मार्च में मिले थे। इसके बाद से लगातार फोन से संपर्क में थे। उन्होंने हादसे के एक दिन पहले ही बात की थी।”

कैप्टन साठे अपनी पत्नी के साथ मुंबई में रहते थे। उनकी मां नीला साठे अपने पति वसंत साठे (रिटायर्ड कर्नल) के साथ नागपुर के भारत नगर कालोनी में रहती हैं। कोरोना के चलते कैप्टन साठे ने अपने माता- पिता को घर से बाहर निकलने से मना किया था।

मां ने कहा- बेटे ने देश के लिए बलिदान किया
उनकी मां नीला साठे ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, “वह महान बेटा था और हमेशा दूसरों की मदद करने में सबसे आगे रहता था। उसने देश के लिए अपना बलिदान दिया। उसके टीचर आज तक उसकी तारीफ करते हैं। अहमदाबाद में बाढ़ के समय उसने जवानों के बच्चों को अपने कंधे पर उठाकर बचाया था।” इसके बाद वह रों पड़ी और रोते हुए ही उन्होंने बताया भगवान उसकी जगह मुझे उठा लेता।
उनकी मां ने बताया कि दीपक को सोर्ड ऑफ ऑनर सम्मान मिला था। एयर फोर्स में उसने आठ मेडल भी जीते थे। वह टेबल टेनिस, स्क्वॉश, और घुड़सवारी में ब्रिलियंट था।

मां को कोरोना महामारी में घर से निकलने से रोकते थे
कैप्टन दीपक साठे को कोरोना महामारी के चलते अपनी मां की चिंता सताती थी। उनकी मां ने बताया, “वह मुझसे कहा करता था कि महामारी के चलते बाहर मत निकलो। अगर आपको कुछ हो गया तो मुझे बहुत खराब लगेगा। और अचानक यह घटना हो गई… भगवान की इच्छा के सामने हम क्या कर सकते हैं…।”

परिवार को अभी तक शव नहीं मिला
कैप्टन दीपक साठे के भतीजे डॉ. यशोधन साठे ने बताया कि अभी परिवार को कैप्टन साठे का शव नहीं मिला है। उनकी पत्नी और भाई कोझीकोड में है। अभी यह फैसला नहीं लिया गया है कि अंतिम संस्कार कहां होगा।

शुक्रवार को हुआ था हादसा

शुक्रवार को वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट AXB-1344 दुबई से शाम 7.41 बजे कोझीकोड पहुंची थी। भारी बारिश के बीच रनवे नंबर 10 पर पायलट को लैंडिंग करने में दिक्कत आ रही थी। इसी दौरान फ्लाइट फिसल गई और रन-वे से आगे निकल गई। विमान 35 फीट गहरी खाई में गिर गया।

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बेटे के बारे में बात करते हुए दीपक साठे की मां नीला साठे और पिता वसंत साठे (रिटायर्ड कर्नल) की आंख भर आईं। दोनों नागपुर के भारत नगर कालोनी में रहते हैं।

Source: DainikBhaskar.com

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