टिक टॉक इंडिया के सीईओ निखिल गांधी ने बताया कि हमने यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखा हैतमिलनाडु के विरुदुनगर से सांसद मनिकम ने पेटीएम को भी बैन करने की मांग की
दैनिक भास्कर
Jun 30, 2020, 07:12 PM IST
नई दिल्ली. सरकार ने टिक टॉक समेत चीन के 59 ऐप पर बैन लगा दिया है। भारत के इस फैसले के बाद मंगलवार को चीनी दूतावास ने कहा कि हम भारत से अपील करेंगे कि वह अपना भेदभाव भरा व्यवहार बदले। वह चीन और भारत के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग की रफ्तार को बनाए रखे।
भारत में चीनी के दूतावास के प्रवक्ता जी रोन्ग ने कहा कि भारत सरकार के इस एक्शन का चीन मजबूती से विरोध करेगा। रोन्ग ने कहा कि भारत ने चुन-चुनकर चीनी ऐप्स को संदेह के आधार पर हटाया है। यह कदम साफ और निष्पक्ष प्रक्रिया के खिलाफ है। भारत का यह कदम अंतराष्ट्रीय व्यापार ट्रेंड और ई-कॉमर्स नियमों के भी खिलाफ है।
टिक टॉक इंडिया ने कहा- हमने सभी नियमों का पालन किया
टिक टॉक इंडिया ने कहा कि हम भारतीय कानून का पालन कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एपल के ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से टिक टॉक ऐप को हटा दिया गया है। टिक टॉक इंडिया के सीईओ निखिल गांधी ने बताया कि हम भारतीय कानून के तहत डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा के सभी नियमों का पालन कर रहे हैं। हमने चीन समेत किसी भी विदेशी सरकार के साथ भारतीय यूजर्स की जानकारी शेयर नहीं की है। अगर भविष्य में भी हमसे अनुरोध किया जाता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे। हम यूजर की निजता की अहमियत समझते हैं।
गांधी ने कहा- टिक टॉक 14 भाषाओं में है
निखिल गांधी ने बताया कि सरकार ने हमें जवाब देने और अपना पक्ष रखने के लिए आमंत्रित किया गया था। टिकटॉक 14 भाषाओं में उपलब्ध है। इससे लाखों ऑर्टिस्ट, कहानीकार, शिक्षक और परफॉर्मर्स जुड़े हैं। यह उनके जीने का जरिया बना। इनमें से कई ने पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल किया।
कांग्रेस सांसद ने पेटीएम को भी बैन करने की मांग की
तमिलनाडु के विरुदुनगर से सांसद मनिकम टैगोर ने मोबाइल पेमेंट ऐप पेटीएम को भी बैन करने की मांग की। ट्वीट किया, ‘चीनी ऐप्स को बैन करने सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पेटीएम को बैन कर बताना चाहिए कि उनका सीना 56 इंच का है। पेटीएम में भी चीन ने भारी निवेश किया है।’ मनिकम ने ट्वीट में पेटीएम का डिटेल भी दिया है।
I welcome the government’s bold move to ban some #ChineseAppsBanned ,Now Narendra should show his 56” chest and ban #Paytm, which has massive Chinese investments. Time to put your money where your mouth is! #GoVocalForLocalpic.twitter.com/SwWTcCg6tH
— Manickam Tagore MP🇮🇳✋மாணிக்கம் தாகூர் (@manickamtagore) June 29, 2020
चीन में भारतीय न्यूज चैनल और वेबसाइट्स बैन
चीन ने भी भारतीय समाचार चैनलों और मीडिया समूहों से जुड़ी सभी वेबसाइट्स बैन कर दी हैं। चीन में इन वेबसाइट्स को देखने के लिए या भारतीय लाइव टीवी देखने के लिए अब वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) के जरिए ही एक्सेस किया जा सकता है। हालांकि, बीते 2 दिनों से डेस्कटॉप और आईफोन पर वीपीएन भी ब्लॉक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजिंग सरकार के आदेश पर ही भारतीय न्यूज वेबसाइट्स पर पाबंदी लगाई गई है।
इन ऐप्स पर बैन लगाया गया
- TikTok, Shareit, Kwai, UC Browser, Baidu map, Shein, Clash of Kings, DU battery saver, Helo, Likee, YouCam makeup,Mi Community, CM Browers, Virus Cleaner, APUS Browser, ROMWE,Club Factory, Newsdog, Beutry Plus, WeChat, UC News, QQ Mail, Weibo, Xender, QQ Music, QQ Newsfeed, Bigo Live, SelfieCity, Mail Master, Parallel Space, Mi Video Call – , Xiaomi, WeSync, ES File Explorer,
- Viva Video – QU Video Inc, Meitu, Vigo Video, New Video Status, DU Recorder, Vault- Hide, Cache Cleaner DU App studio, DU Cleaner, DU Browser, Hago Play With New Friends, Cam Scanner, Clean Master – Cheetah Mobile, Wonder Camera, Photo Wonder, QQ Player, We Meet, Sweet Selfie, Baidu Translate, Vmate, QQ International, QQ Security Center, QQ Launcher, U Video, V fly Status Video, Mobile Legends, DU Privacy
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