निसर्ग चक्रवात LIVE/ अरब सागर में उठा चक्रवात भीषण तूफान में बदला; अब गुजरात नहीं, सिर्फ महाराष्ट्र से टकराएगा, अभी मुंबई से 200 किमी दूर – दैनिक भास्कर

चक्रवात का दायरा सिमट कर 65 किमी हुआ, 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टकराएगापरमाणु-रासायनिक संयंत्रों काे खतरा, मुंबई में 109 साल बाद पहुंचेगा कोई तूफानमुंबई से अभी 50 उड़ानों का संचालन हो रहा था, लेकिन तूफान की वजह से आज 19 की ही आवाजाही होगीमध्यप्रदेश के 15 और राजस्थान के 14 जिलों में 3 दिन भारी बारिश का अलर्ट

दैनिक भास्कर

Jun 03, 2020, 10:44 AM IST

नई दिल्ली. अरब सागर से उठा डीप डिप्रेशन मंगलवार को भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया। इस तूफान का नाम निसर्ग है जो 13 किमी/घंटे की रफ्तार से महाराष्ट्र के तट की ओर बढ़ रहा है। अनुमान है कि यह दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच महाराष्ट्र में रायगढ़ के हरिहरेश्वर तट से 110 किमी/घंटे की रफ्तार से टकराएगा। पहले इसके गुजरात से भी टकराने का अनुमान था। अभी यह मुंबई से 200 किमी दूर है। मुंबई तो इस सदी के पहले बड़े तूफान की जद में आ रही है।

चक्रवात निसर्ग की वजह से मुंबई से सिर्फ 19 उड़ानों की आवाजाही होगी। इनमें से 11 मुंबई से जाने वाली और 8 आने वाली हैं। अभी यहां 50 उड़ानों का ही संचालन हो रहा था। मुंबई से चलने वाली 5 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है।

इस बीच, महाराष्ट्र के रत्नागिरी में तूफान के असर से तेज बारिश शुरू हो गई है।

अपडेट्स…

  • साइक्लोन निसर्ग का दायरा बीते एक घंटे में 65 किमी कम हुआ है। हवा की रफ्तार 85-95 किमी/घंटे से बढ़कर 90-100 किमी/घंटे हो गई है। 
  • महाराष्ट्र के पालघर जिले के गांवों से 21 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिले के सभी उद्योगों और बाजारों को बंद कर दिया गया है। मछुआरों से 4 जून तक समुद्र में न जाने को कहा गया है। 
  • तूफान को देखते हुए पश्चिम नौसेना कमान ने अपनी सभी टीमों को सतर्क कर दिया है। नौसेना ने 5 बाढ़ टीम और 3 गोताखोरों टीमों को मुंबई में तैयार रखा है। 
  • चक्रवात निसर्ग के मद्देनजर एनडीआरएफ की टीमें आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा से मुंबई पहुंच गई हैं।

महाराष्ट्र और गुजरात में एनडीआरएफ की 36 टीमें तैनात
महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात की गई हैं। इनमें से मुंबई में 8, रायगढ़ में 5, पालघर में 2, ठाणे में 2, रत्नागिरी में 2 और सिंधुदुर्ग में 1 टीम राहत और बचाव का काम करेगी। नौसेना ने मुंबई में 5 फ्लड रेस्क्यू टीम और 3 गोताखोर टीम तैनात की हैं। उधर, गुजरात में एनडीआरएफ की 16 टीमों को भेजा गया है। यहां के तटीय जिलाें में 80 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया जा चुका है। दोनों राज्यों के 11 जिलों में अलर्ट है। 

तस्वीर गुजरात के पालीताणा की है। मंगलवार को शहर के हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में पेड़ पर बिजली गिरी और आग लग गई। शुक्र है कि किसी की जान नहीं गई।

परमाणु-रासायनिक संयंत्रों काे खतरा 
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि तूफान के मार्ग में रायगढ़ और पालघर में पड़ने वाले परमाणु और रासायनिक संयंत्र भी हैं, इन्हें लेकर चिंता जताई जा रही है। इससे बिजली बंद होने का भी खतरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में उद्धव से बात भी की। पालघर में देश का सबसे पुराना तारापुर एटॉमिक पॉवर प्लांट है। यहां कुछ दूसरी पॉवर यूनिट्स भी हैं। मुंबई में बार्क (भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर) है। रायगढ़ में भी पॉवर, पेट्रोलियम, केमिकल्स और कुछ दूसरी अहम इंडस्ट्रीज हैं। मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट और नेवी के अहम रणनीतिक ठिकाने हैं।

यह मुंबई की मरीन ड्राइव है। तूफान की वजह से यहां चल रहा निर्माण का काम रोक दिया गया है। 

निसर्ग का असर कहां-कहां
तूफान के असर से मुंबई और गोवा में बारिश हो रही है। बुधवार को मुंबई में 27 सेमी से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। समुद्र में 2 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। तूफान की आशंका वाले जिलों में बिजली-पानी की सप्लाई बंद की जा रही है। दक्षिण गुजरात के वलसाड़, नवसारी, सूरत के अलावा दमन, दादरा और नागर हवेली में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मध्यप्रदेश के भाेपाल, उज्जैन, इंदाैर, ग्वालियर संभाग के कुछ जिलाें और शहराें में भारी या अति भारी बारिश के आसार हैं। धार में मंगलवार को एक इंच पानी बरसा।

1891 के बाद महाराष्ट्र में तूफान का खतरा
मौसम विभाग के साइक्लोन ई-एटलस के मुताबिक, 1891 के बाद पहली बार महाराष्ट्र के तटीय इलाके के आसपास साइक्लोन का खतरा मंडराया है। इससे पहले 1948 और 1980 में ऐसे हालात बने थे, लेकिन वह चक्रवात में बदल पाया इसे लेकर मतभेद हैं। 

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