न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Updated Fri, 22 May 2020 05:26 PM IST
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ठेकेदारों ने सरकार को इससे पहले भी ठेके बंद करने की चेतावनी दी थी, लेकिन माना जा रहा था कि सरकार ठेकेदारों की मांगों पर बैठक में फैसला लेगी। लेकिन ऐसा नहीं होने पर अब सभी ठेकेदार एक साथ खड़े हो गए हैं।
ठेकेदारों का कहना था कि उनका मार्च के नो दिनों का अधिभार माफ किया जाए। इसके अलावा उन्होंने साल 2019-2020 की मार्च की छुटी हुई दुकान का अवशेष स्टॉक को अनुज्ञापी अपनी दूसरी दुकान में शिफ्ट किए जाने, दिल्ली की तर्ज पर कारोना टैक्स हटाने समेत कई मांगों को आबकारी आयुक्त के सामने रखा था।
कारोबारियों का कहना है कि सरकार ने अधिभार से ज्यादा किसी भी और मांग पर कोई विचार नहीं किया। ऐसे में अब दुकानदार दुकान खोलने के लिए तैयार नहीं हैं।