इस साल 23 जून से शुरू होने वाली थी अमरनाथ यात्रा.
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू कश्मीर के एलजी गिरीश चंद्र मुर्मु (Girish Chandra Murmu) की अध्यक्षता में यात्रा नहीं करने का फैसला लिया गया था, लेकिन इस फैसले के कुछ ही मिनटों के बाद सरकार ने अपने पुराने फैसले को वापस ले लिया.
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अमरनाथ यात्रा जारी रहेगी, पहले का आदेश वापस लिया
गौरतलब है कि इस साल श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Shri Amarnathji Shrine Board) ने 23 जून से यात्रा शुरू करने का ऐलान किया था. लेकिन देश में कोरोना वायरस की बढ़ती संख्या और लॉकडाउन को देखते हुए इस यात्रा के जारी रहने पर आशंका के बादल छाए हुए थे. बुधवार को इस यात्रा को जारी रखने का फैसला लिया गया, जिसके लिए राजभवन में एक अहम बैठक रखी गई थी.
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने 23 जून से यात्रा शुरू करने का ऐलान किया था.
पहले से ज्यादा मजबूत सुरक्षा चक्र होंगे
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड का गठन साल 2000 में किया गया था. जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल इसके चेयरमैन होते हैं. पिछले साल जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद अब एलजी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन हैं. पिछले साल भी अगस्त महीने में अनुच्छेद 370 हटने के तीन दिन पहले यात्रा स्थगित कर दी गई थी.
60 दिन चलने वाली अमरनाथ यात्रा भारी सुरक्षा बंदोबस्त के साथ शुरू होगी. गृह मंत्रालय ने तय किया है कि सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी सिर्फ जम्मू सरकार के कंधों पर ना छोड़ी जाए. आतंकवादी ग्रुप हिज्ब-उल-मुजाहिदीन जैसे संगठनों को धमकी देखते हुए सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत सुरक्षा चक्र होंगे.
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक अमरनाथ गुफा की सालाना तीर्थयात्रा ज्येष्ठ पूर्णिमा से, जो कि इस बार 23 जून है, शुरू हो रही है. इस साल दो महीने की तीर्थयात्रा श्रावण पूर्णिमा (रक्षा बंधन) पर समाप्त होगी.
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First published: April 22, 2020, 7:54 PM IST