अयोध्या: 27 साल 3 महीने 18 दिन बाद तंबू से बाहर निकलेंगे रामलला, तारीख तय – Navbharat Times

6 दिसंबर 1992 से टाट के नीचे हैं रामलला
हाइलाइट्स

  • अयोध्या में 27 साल बाद तंबू से बाहर रामलला को किया जाएगा शिफ्ट
  • बुलेटप्रूफ फाइबर मंदिर में 24 मार्च को रामलला की होगी शिफ्टिंग
  • राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्र्स्ट के महासचिव चंपत राय ने दिया बयान
  • 6 दिसंबर 1992 से एक तंबू के नीचे रखी गई है रामलला की मूर्ति

अयोध्या

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सरगर्मियां तेज हो रही हैं। 6 दिसंबर 1992 के बाद से रामलला एक तंबू के नीचे विराजमान हैं। इस बीच नवरात्र के पहले दिन रामलला को तंबू से हटाकर बुलेटप्रूफ फाइबर मंदिर में शिफ्ट किया जाएगा। शनिवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्र्स्ट के महासचिव और वीएचपी नेता चंपत राय ने परिसर का जायजा लेने के बाद यह बात कही है।

विवादित ढांचा विध्वंस के बाद से रामलला मानस भवन के पास टाट के नीचे रखे गए थे। अब 27 साल बाद उन्हें यहां से शिफ्ट करके फाइबर के मंदिर में 24 मार्च को स्थापित कर दिया जाएगा। इस दिशा में काफी जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। शनिवार को ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सदस्यों के साथ परिसर का पूरी तरह से निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और कमिश्नर गुप्ता भी 1 घंटे तक परिसर में मौजूद रहे।

पढ़ें: राम मंदिर का खुला खाता, पहला दान यहां से

चंपत राय ने बताया, ‘यहां की व्यवस्था को बड़ी बारीकी से देखकर यह निर्णय लिया गया है रामलला को नवरात्र के पहले दिन से पहले टाट के मंदिर से मुक्त कर दिया जाए।’ फाइबर मंदिर के बारे में उन्होंने बताया, ‘यह दिल्ली में तैयार हो रहा है और सुरक्षा व्यवस्था के तहत इसका निर्माण करवाया जा रहा है। इस मंदिर का निर्माण और इसको राम मंदिर परिसर में स्थापित करने का काम सुरक्षा एजेंसी के ऊपर है। वह समय से फाइबर मंदिर बनवा कर यहां स्थापित कर देगी।’

पढ़ें: नृत्य गोपाल दास बोले- 6 महीने बाद शुरू होगा मंदिर निर्माण

इसके साथ ही ट्र्स्ट की बैठक की तारीख भी तय हो गई है। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अगली बैठक 4 अप्रैल को अयोध्या में होगी। चंपत राय ने बताया कि इस बैठक के सिलसिले में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की 4 अप्रैल को होने वाली बैठक में राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन तथा इसके निर्माण से संबंधित अन्य बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद निर्णय होंगे। राय ने बताया कि परिसर में कार्य संतोषजनक और प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के अयोध्या कार्यालय का भवन भी निश्चित कर लिया गया है जोकि राम मंदिर के प्रवेश द्वार के चेक पॉइंट के बगल ही स्थित है। इसको भी पूरी तरह से व्यवस्थित किया जाएगा।।

Related posts