दिल्ली हिंसाः ‘टशन’ के लिए रखी थी शाहरुख ने पिस्टल, TikTok पर करता था वीडियो पोस्ट – अमर उजाला

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सार

  • जालंधर भागने की फिराक में था शाहरुख, बाद में बरेली होते हुए शामली पहुंचा 
  • घटना के बाद अपनी एस्टीम गाड़ी में भागा, कनाट प्लेस में पार्किंग में रात को सोया 
  • बुधवार सुबह कोर्ट में पेश करेगी पुलिस, अभी तक पिस्टल बरामद नहीं

विस्तार

सिर्फ एक तस्वीर ने शाहरुख को दिल्ली दंगे का ‘खलनायक’ बना दिया। दंगों के दौरान 25 फरवरी को वह जाफराबाद के इलाके में दिल्ली पुलिस के जवान दीपक दहिया पर पिस्तौल ताने दिख गया था। इसके बाद उसकी फोटो और कुछ वीडियोज मीडिया में तैरने लगे थे। सोशल मीडिया पर उसे खलनायक की तरह पेश किया जाने लगा।

लेकिन मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में तो ले लिया, लेकिन अब पुलिस के पास उसके खिलाफ कहने को कुछ नहीं है। उसका अभी तक न तो कोई आपराधिक प्रोफाइल मिला है और न ही हिंसा के दौरान किसी व्यक्ति को चोट लगने की बात अभी तक सामने आई है। हिंसा के लिए उसे उकसाया गया था या वह किसी गैंग से जुड़ा था, इसके भी किसी तरह के सबूत सामने नहीं आए हैं।

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अवैध हथियार अपने पास रखने और संगीन परिस्थितियों में खुले में फायर करने के उसके अपराध को नजरअंदाज बिल्कुल नहीं किया जा सकता, लेकिन अभी तक यह साफ हो गया है कि वह उस तरह का ‘अपराधी’ नहीं है जैसा कि सोशल मीडिया में उसे अब तक पेश किया जाता रहा है। हालांकि उससे जुड़े कई पक्षों पर पुलिस की तहकीकात अभी भी जारी है।

क्यों फंसा शाहरुख

शक्ल-सूरत से स्मार्ट दिखने वाले शाहरुख की पसंद-नापसंद आज के किसी भी सामान्य युवा जैसी दिखती है। जिम जाकर बॉडी बनाना, लंबे बाल रखना और टिक-टॉक वीडियो बनाकर अपने करीबियों के बीच लोकप्रिय होना आज के किसी भी युवा की पसंद हो सकता है। शाहरुख भी उन्हीं युवाओं में से एक था।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक आज के युवा गलत संगत में आकर ‘टशन’ दिखाने के लिए अपने पास अवैध पिस्टल रख लेते हैं, जबकि उनकी आपराधिक प्रवृत्ति नहीं होती है, शाहरुख के साथ भी ठीक यही हुआ है।

अगर वह आपराधिक प्रवृत्ति का रहा होता, तो दिल्ली पुलिस के जवान पर गोली तानने के बाद वह वापस नहीं जाता। उसका फायर न करना भी इस बात का सबूत है कि वह आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय तौर पर शामिल नहीं रहा है।

मोजे की फैक्ट्री चलाता है शाहरुख

सोशल मीडिया पर विलेन बनने के पहले शाहरुख अपने परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाला एक सामान्य युवक था। उसकी मोजे की एक फैक्ट्री है, जहां विभिन्न प्रकार के मोजे बनाए जाते हैं।

यहीं काम करने वाले बिहार के एक मजदूर से उसने मुंगेर से अपने लिए पिस्टल मंगवाई थी। फिलहाल, दिल्ली पुलिस को अभी तक वह पिस्टल बरामद नहीं हो सकी है और उसकी बरामदगी के प्रयास जारी हैं।

भागने की फिराक में था

दिल्ली पुलिस के मुताबिक उसकी फोटो मीडिया में वायरल होने के बाद वह काफी डर गया था और उसके बाद से ही दिल्ली से भागने की कोशिश कर रहा था। घटना वाले दिन वह अपनी एस्टीम कार से भागकर इधर-उधर छिपता रहा। रात में दिल्ली के कनाट प्लेस में एक पार्किंग में सोया।

इसके बाद वह जालंधर भागने की फिराक में था, जहां उसका व्यापारिक संबंध था। लेकिन बाद में वह बरेली होते हुए शामली पहुंचा जहां से मंगलवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे एक बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया।

ताहिर हुसैन भी फरार

जाफराबाद इलाके में आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन के घर से हिंसा किए जाने के काफी वीडियो सबूत सामने आए थे। उसे दिल्ली दंगों का बड़ा किरदार बताया जा रहा है। लेकिन दिल्ली पुलिस अभी तक शाहरुख खान से ताहिर हुसैन का कोई सीधा संबंध स्थापित नहीं कर पाई है।

अगर पूछताछ के दौरान उसके ताहिर हुसैन से कोई संबंध सामने आते हैं, तो इससे दिल्ली हिंसा की कई अनुसुलझी कड़ियां खुल सकती हैं। फिलहाल दिल्ली पुलिस उसे बुधवार सुबह अदालत में पेश करेगी और रिमांड की मांग करेगी।

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