BJP कराना चाहती है अखिलेश यादव की हत्या- सपा का बड़ा आरोप

लखनऊ: सपा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बड़ा आरोप लगाया है. सपा ने कहा कि अखिलेश यादव की बीजेपी सरकार हत्या कराना चाहती है. इसके लिए साजिश रची जा रही है. कन्नौज की सभी में बीजेपी कार्यकर्ता अवैध तरीके से पहुंचा था. इसके साथ ही सपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलआईयू का इंस्पेक्टर पत्रकार बनकर पहुंचा था. वहां पर डिस्टर्बेंस किया. सरकार ऐसे लोगों को सपोर्ट करते हैं, जिससे साफ है कि सरकार की मंशा क्या है.
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कन्नौज में शनिवार को सपा के महिला सम्मेलन के दौरान अखिलेश यादव की सभा में एक युवक घुस गया था और उसने जयश्री राम के नारे लगाए थे. इस दौरान उसको कार्यकर्ताओं ने पीटकर पुलिस को सौंप दिया. इसके बाद अखिलेश ने कहा था कि दो दिन पहले उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी.हो सकता है, सपा के कार्यक्रम में घुसे युवक को बीजेपी के किसी नेता ने भेजा हो.

देश की राजनीति व्यक्तिगत धमकियों से होती हुई सार्वजनिक मंचों पर षड्यंत्रकारियों तक को भेजकर राजनेताओं को बदनाम करने की साज़िश के निकृष्टतम दौर से गुजर रही है. लेकिन आज की समझदार जनता सब समझकर सत्ताधारियों के झाँसे में नहीं आनेवाली बल्कि सत्ता का विरोध करनेवालों के साथ खड़ी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 16, 2020

सम्मेलन में अखिलेश यादव अपनी सरकार के कामों का जिक्र कर रहे थे. इसी बीच सबसे पीछे खड़े एक युवक ने सवाल कर दिया कि बेरोजगारों के लिए क्या किया? पूर्व मुख्यमंत्री ने उसे आगे आने को कहा. युवक आकर जवाब सुनने के बजाय बैरिकेड पर चढ़कर ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने लगा. कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई कर दी. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी जान को खतरा होने की बात कही और बताया कि दो दिन पहले किसी ने फोन कर उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
सुरक्षा में चूक से नाराज अखिलेश ने मौके पर तालाग्राम थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाई. कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि युवक से पूछताछ हो रही है कि वह वहां क्यों गया था. अखिलेश यादव ने सम्मेलन में कहा था कि अमेरिका का सूचना तंत्र विकसित है, वह बता सकता है, लेकिन हमारे देश की सरकार को नहीं पता है कि पुलवामा में आरडीएक्स भरी गाड़ी किधर से आई थी, कौन लाया, किसने लाने दिया और किसकी लापरवाही से 40 जवान शहीद हो गए. सरकार इसकी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने के बजाय सीएए, एनआरसी व एनपीआर लाकर इन सबसे ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है.

Source: HW News

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