हाइलाइट्स
- हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में हुए भूस्खलन में अब तक 14 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं
- हादसे में 13 लोगों को बचाया गया हैं जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी-भावनगर भेज दिया गया
- एचआरटीसी की बस के अवशेष मिल गए हैं जिसका हादसे के बाद कुछ पता नहीं चल सका था
किन्नौर/शिमला
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में हुए भूस्खलन में अब तक 14 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इसके अलावा 13 लोगों को बचाया गया हैं जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी-भावनगर भेज दिया गया। गुरुवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एचआरटीसी) की बस के अवशेष मिल गए हैं जिसका पहले कुछ पता नहीं चल सका था। यह बस भूस्खलन के मलबे में दबी हुई थी। बस के नीचे दबे शवों को निकाला जा रहा है।
किन्नौर जिले में बुधवार को आए भूस्खलन में चार और शव बरामद हुए हैं। इस आपदा में मरने वालों की संख्या अब 14 हो गई है। किन्नौर के डेप्युटी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि बचाव कार्य शुरू करने के बाद भूस्खलन स्थल से चार और शव बरामद हुए हैं। अभी तक 14 शव बरामद हो चुके हैं।
बस मिली, बोलेरो अभी भी लापता
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि कुछ वाहनों के साथ ही मलबे में हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस भी दब गई थी। बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली है जबकि एक ‘बोलेरो’ वाहन अब भी मलबे में दबा है।
किन्नौर में भूस्खलन के बाद सामने आईं तस्वीरें बता रही हैं कि हादसा कितना भयानक था। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने नूरपुर से एनडीआरएफ को तलाशी और बचाव अभियान चलाने के लिए बुलाया है। उधर आईटीबीपी के जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। डेप्युटी कमांडेट धर्मेंदर ठाकुर ने बताया,’हमने बस के अवशेषों का पता लगा लिया है और उससे शव निकाले हैं।’
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
भूस्खलन किन्नौर के चौरा गांव में बुधवार दोपहर 12 बजे से थोड़ा पहले हुआ। इस भूस्खलन का एक वीडियो सामने आया था जिसमें पहाड़ से पत्थर नीचे नदी में गिरते दिखे। उसके बाद पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर और नदी में गिरा। जानकारी के मुताबिक, एचआरटीसी की बस हिमाचल के रेकॉन्ग पिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही थी। अधिकारी मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई।
सबसे ज्यादा शव टाटा सूमो से मिले
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता के अनुसार, मृतकों में से 8 एक टाटा सूमो टैक्सी में फंसे पाए गए। टाटा सूमो में मिले आठ मृत लोगों की पहचान किन्नौर के सांगला तहसील के सपनी निवासी दो वर्षीय बालिका वंशुका, मीरा देवी, नितीशा, प्रेम कुमारी (42), ज्ञान दस्सी, देवी चंद (53), सभी किन्नौर जिले से और सोलन के रेचुटा गांव के कमलेश कुमार (34) के तौर पर हुई है। एक मृत व्यक्ति की पहचान अभी नहीं हो पायी है।
राहत और बचाव के लिए जुटी टीमें
जिला प्रशासन के अधिकारी, स्थानीय पुलिस के सदस्य, होमगार्ड, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, त्वरित प्रतिक्रिया दल (पुलिस) और चिकित्सा दल सहित खोज और बचाव दल घटना स्थल पर हैं। दस एम्बुलेंस, चार अर्थ मूवर, आईटीबीपी की 17वीं बटालियन के 52 जवान, पुलिस के 30 जवान और एनडीआरएफ के 27 जवान बचाव अभियान में शामिल हैं।