रिपोर्ट में दावा- रजनी ने सेहत का हवाला देकर अभी पॉलिटिक्स से दूर रहने का फैसला किया

सुपरस्टार रजनीकांत फिलहाल राजनीति में एंट्री नही लेंगे। इसकी वजह देश में फैली कोरोना महामारी और उनकी सेहत बताई जा रही है। ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला ने अपने ट्वीट में यह जानकारी देते हुए लिखा है, “आज की हॉट न्यूज। कई मीडिया आउटलेट्स कह रहे हैं कि सुपरस्टार रजनीकांत ने अपने सलाहकारों को एक इंटरनल नोट लिखा है कि कोरोना और अपनी सेहत की वजह से वे राजनीति में एंट्री नहीं ले सकते। महामारी में पोंगल पर पार्टी लॉन्च करना मुश्किल लग रहा है।”

महामारी के दौर में चांस नहीं ले सकते रजनीकांत

टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में रजनीकांत के करीबी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सुपरस्टार ने अपने स्टेटमेंट में सेहत का हवाला दिया है। एक सूत्र के मुताबिक, रजनी महामारी के इस दौर में कोई चांस नहीं लेना चाहते। खासकर तब, जबकि 2016 की गर्मी में उन्होंने यूएस में गुर्दे का ट्रांसप्लांट कराया था। लेटर में यह भी कहा गया है कि रजनी के डॉक्टर्स ने भी कोविड-19 की वैक्सीन आने से पहले उन्हें राजनीति में एक्टिव न होने की सलाह दी है।

रजनी ने लिखा- मुझे अपने जीवन की परवाह नहीं

अपने इंटरनल नोट में रजनी ने लिखा है, “मुझे अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है। मैं लोगों की सेहत को लेकर चिंतित हूं। मैंने राजनीतिक बदलाव लाने का वादा किया था। मुझे राजनीति में एक्टिव होना था। इस बीच अगर मेरा स्वास्थ्य बिगड़ता है तो राजनीतिक प्रक्रिया में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।”

फैन्स, जनता से कहा- आप तय करें मैं क्या करूं

हालांकि, इस रिपोर्ट की मानें तो रजनीकांत ने विचार पूरी तरह नहीं त्यागा है। उन्होंने अपने स्टेटमेंट में आगे लिखा है, “अगर मुझे इसका फायदा उठाना है तो मुझे इसे 15 जनवरी से पहले ही लॉन्च करना होगा और अपना फैसला दिसंबर में सुनाना होगा।”

वे आगे लिखते हैं, “मैं यह अपने फैन्स और जनता पर छोड़ता हूं कि वे उस समय की मौजूदा परिस्थतियों के आधार पर तय करें कि मुझे क्या करना चाहिए? जनता का फैसला, भगवान का फैसला। जय हिंद।”

दोस्तों, सहयोगियों के बीच सर्कुलेट हुआ था लेटर

एक अन्य सूत्र ने बताया है कि यह लेटर रजनी के दोस्तों और सहयोगियों के बीच फीडबैक लेने के लिए सर्कुलेट किया गया था, जो किसी ने लीक कर दिया। इस वजह से सुपरस्टार नाराज हैं। हालांकि, उनकी ओर से लेटर में किए गए इशारे पर कोई खंडन नहीं आया है।

क्या भाजपा के दबाव के चलते उठाया कदम?

रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से लिखा है, “उन पर भाजपा की ओर से बहुत दबाव था और उन्होंने ताजा कदम उठाया ताकि वे यह देख सकें कि भाजपा और एआईएडीएमके का गठबंधन होने के बाद यह दबाव कम होता है या नहीं।”

‘रजनी से राजनीति में एंट्री का सवाल अमानवीयता’

रजनी के संगठन रजनी मक्कल मंद्रम के एक जिलास्तरीय पदाधिकारी ने कहा, “स्टेटमेंट का कंटेंट सच्चाई बयां करता है। ताजा हालात में उनके स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे राजनीति में एंट्री का सवाल पूछना अमानवीयता होगा।”

चार बार विधायक रहे दलित नेता से कु तमिलारासन ने स्टेटमेंट पर रिएक्शन देते हुए कहा, “हमें यकीन नहीं कि यह स्टेटमेंट उनका है। अगर है तो उनकी सेहत को देखते हुए शुभचिंतकों को उनके स्टैंड का सम्मान करना चाहिए। लेकिन कम्युनिकेशन के इस दौर में रजनीकांत के पास अगला विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त समय है।” तमिलारासन लंबे समय से रजनीकांत के संपर्क में हैं।

इसी साल मार्च में उन्होंने ऐलान किया था कि वे अगले साल पोंगल पर अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा था कि वे ऐसी पार्टी बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जिसका मुखिया मुख्यमंत्री नहीं बनेगा।

Source: DainikBhaskar.com

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