न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Mon, 12 Oct 2020 02:29 PM IST
राजनाथ सिंह ने सोमवार को 44 पुलों का उद्घाटन किया
– फोटो : ANI
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#WATCH First Pakistan & now China, it seems border disputes are being created as part of a mission…country under PM Modi’s leadership is not only facing the crisis with determination but is also bringing big & historic changes in many fields: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/JuWx9Gt8pA
— ANI (@ANI) October 12, 2020
राजनाथ ने कहा, ‘इन पुलों के निर्माण से हमारे पश्चिमी, उत्तरी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में सैन्य और नागरिक परिवहन की सुविधा बढ़ेगी। हमारे सशस्त्र बल के कर्मी उन इलाकों में बड़ी संख्या में तैनात हैं जहां साल भर परिवहन उपलब्ध नहीं रहता है। इन पुलों का निर्माण क्षेत्र में आम लोगों के साथ-साथ सेना के लिए भी फायेदमंद होगा।’
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उन्होंने कहा, ‘लॉकडाउन अवधि के दौरान भी बीआरओ ने पूर्वोत्तर राज्यों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अभियानों को जारी रखा। बीआरओ ने यह सुनिश्चित करते हुए अपना काम जारी रखा कि दूरदराज़ के इलाकों में बर्फ हटाने में देर नहीं हो।’
अधिकारियों ने बताया कि इन 44 पुलों में से अधिकतर रणनीतिक तौर पर अहम इलाकों में हैं और ये तेजी से सैनिकों और हथियारों की आवाजाही सुनिश्चित करने में सैन्य बलों की मदद करेंगे। इनमें से सात पुल लद्दाख में हैं।
पुलों के उद्घाटन पर सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा, ‘हमने अस्थायी पुलों को स्थायी पुलों में बदल दिया है। इस साल हम अपनी क्षमता से तीन गुना अधिक काम कर रहे हैं। यह आर्थिक विकास, बुनियादी ढांचे के विकास, पर्यटन और हमारी सामरिक ताकतों के खिलाफ तेजी में मदद करेगा। लद्दाख में बड़ी संख्या में पुलों का निर्माण किया जा रहा है। लगभग 40-50 पुल निर्माणाधीन हैं जो छह महीने से डेढ़ साल के बीच पूरे हो जाएंगे।’
चीन सीमा के पास हैं 22 पुल
यह पहली बार है जब देश की अलग-अलग सीमाओं पर बने पुलों का इतनी बड़ी संख्या में उद्घाटन किया गया। मई से चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच बीआरओ दिन-रात एक करके सीमाओं पर मौजूद नदी-नालों पर पुलों का निर्माण कर रही है। इनमें से 22 पुल अकेले चीन सीमा पर जाने के लिए तैयार किए गए हैं। इनमें से एक हिमाचल प्रदेश के दारचा में तैयार किया गया है जिसकी लंबाई करीब 350 मीटर है।