एनडीए के नेताओं की फाइल फोटो
Bihar Election 2020: बिहार में होने वाले चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीटों का ऐलान शनिवार को कर दिया गया है ऐसे में एनडीए के उपर एक मनोवैज्ञानिक दबाव भी कायम हो गया है.
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Last Updated:
October 4, 2020, 6:56 AM IST
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बैठकों से नहीं निकल रहा समाधान
एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर जारी जिच दूर करने की कवायद शनिवार को दिनभर चली. एनडीए के दोनों प्रमुख दल जदयू-भाजपा की कोर टीम के नेताओं ने सीट-टू-सीट विस्तार से बातचीत की. इस कसरत के बाद जदयू नेता अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी बैठे. सीटों के बंटवारे के मसले पर एनडीए के घटक दलों से बातचीत करने के लिए भाजपा की ओर से अधिकृत नेता बिहार भाजपा प्रभारी भूपेन्द्र यादव और चुनाव प्रभारी पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस शुक्रवार की देर रात दिल्ली गए थे. शनिवार की दोपहर में ही पटना लौट गए. इन दोनों नेताओं के आते ही एनडीए में सीट बंटवारे के मसले पर बातचीत की प्रक्रिया फिर शुरू हो गई.
बीजेपी के नेता हुए दिल्ली रवानाजेडीयू नेताओं के साथ बैठक के बाद भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और देवेंद्र फडऩवीस के साथ सुशील मोदी, संजय जैसवाल, नित्यानंद राय, मंगल पांडेय चार्टर्ड प्लेन से शनिवार की देर रात पटना से दिल्ली रवाना हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, शनिवार दिन में जदयू नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद भी एनडीए में सीट शेयरिंग पर साफ रास्ता नहीं निकला है. जदयू संग बैठक के बाद कुछ मुद्दे हैं जिसे भाजपा आलाकमान से चर्चा के बाद ही सुलझाया जाएगा, यानी ये साफ है कि सीट बंटवारे को लेकर पेंच अभी भी फंसा है. सीट बंटवारे में हो रही देरी का सीधा असर प्रत्याशियों के संभावित चेहरों पर पड़ रहा है खासकर उन लोगों को जिनको पहले चरण के चुनाव में ही चुनावी मैदान में उतरना है.