हाथरस
हाथरस कांड के खिलाफ देश भर में व्यापक विरोध देखने को मिल रहा है। दिल्ली में जहां रेप पीड़िता का परिवार इंसाफ की मांग लेकर धरने पर बैठ चुका है, वहीं पीड़िता के भाई ने कहा है कि उन्हें यूपी की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। पीड़िता के भाई ने इस घटना की जानकारी देते हुए यह भी कहा कि जिस रोज ये वारदात हुई, उस रोज पुलिस ये कहती रही कि पीड़िता खुद को चोट लगने का नाटक कर रही है।
पीड़िता की मौत के बाद मीडिया से बात करते हुए उनके भाई ने कहा कि उन्हें यूपी पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। वारदात के दिन का जिक्र करते हुए पीड़िता के परिवार ने कहा कि जब उनकी बेटी को अस्पताल में भर्ती कराने की बात आई तो उन्होंने खुद इसके लिए वाहन का इंतजाम किया। परिवार ने कहा कि पीड़िता के लिए कोई ऐम्बुलेंस नहीं मंगाई गई। इसके अलावा पुलिस ने उनकी तकलीफ को नाटक बताया। पुलिस ने कहा कि आप लोग इसे ले जाइए क्योंकि ये चोट लगने का नाटक कर रही है।
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सफदरजंग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर लोगों का आक्रोश झलक रहा है। दिल्ली के जिस सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता ने आखिरी सांस ली, उसके बाहर प्रदर्शन हुआ, कैंडल मार्च निकला। यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग हो रही है। कांग्रेस ने इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘खामोशी’ पर सवाल उठाया है।
राहुल गांधी बोले- एक वर्ग का जंगल राज
राहुल गांधी ने तो यूपी में एक वर्ग विशेष का जंगलराज होने का आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, भीम आर्मी जैसे समेत तमाम राजनीतिक दल और संगठन बीजेपी सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं। दूसरी तरफ स्थानीय प्रशासन ने मेडिकल रिपोर्ट्स के हवाले से युवती से गैंगरेप और उसके जीभ के काटे जाने को खारिज किया है।