उपेंद्र कुशवाहा का CM नीतीश के बाद लालू यादव पर भी वार, बोले- 35 साल से मारा जा रहा पिछड़ों का हक – Aaj Tak

बिहार में उपेंद्र कुशवाहा और सीएम नीतीश कुमार के बीच की तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अब उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल पर भी सवाल उठाए हैं. लालू-नीतीश पर एक साथ हमला बोलते हुए कुशवाहा ने आरोप लगाया कि दोनों ने 35 साल तक बिहार पर शासन किया और अतिपिछड़ों का हक मारा.

शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने लालू–नीतीश के 35 साल के शासनकाल पर सवाल खड़े किए हैं.

जयंती के मौके पर बोलते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में बीते 35 साल से किसका शासन है? कुशवाहा ने आगे कहा कि पहले 15 साल और अब 17 साल में अतिपिछड़ों की हकमारी हुई.

कुशवाहा ने आगे कहा कि आज राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लोग 10 फीसदी लोगों के शासन की बात कहते हुए समाज के 90 फीसदी लोगों की हक की बात कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यही है कि आज भी 10 फीसदी लोग ही सत्ता में बने हुए हैं, केवल शासन करने वाले लोग दूसरे हैं.

‘बिहार में एक ही परिवार का शासन’

उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी को निशाने पर लेते हुए कहा कि केवल एक परिवार का शासन बिहार में चल रहा है. कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी के विरोध में ही जेडीयू का जन्म हुआ था लेकिन आज नीतीश कुमार इस बात को भूल चुके हैं. लोगों को ये बात समझनी होगी कि जेडीयू भी आज आरजेडी की तरफ देख रही है, जिससे पार्टी कमजोर हो रही है.’

नीतीश पर क्या बोले कुशवाहा?

इसी कार्यक्रम में कुशवाहा ने सीएम नीतीश और उनके करीबियों पर निशाना साधा. कुशवाहा बोले कि नीतीश कुमार को बताना होगा कि आरजेडी से क्या डील हुई है? वह बोले कि आरजेडी के लोग बार-बार नीतीश कुमार से सीएम की कुर्सी छोड़ने को बात कह रहे हैं. कुशवाहा ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार से पार्टी के कुछ लोग गला दबाकर काम करवा रहे हैं.

कुशवाहा और नीतीश की जुबानी जंग को जेडीयू के एमएलसी रामेश्वर महतो के बयान ने और भड़काने का काम किया था. रामेश्वर महतो ने आज ही दावा किया था कि उपेंद्र कुशवाहा जब जेडीयू में शामिल हुए थे तभी से उनके खिलाफ पार्टी में साजिश रची जा रही है. महतो के मुताबिक, उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में ना आए इसकी भी कोशिशें हुई लेकिन जब कुशवाहा जेडीयू में शामिल हो गए तब उनको बाहर करने के लिए गुटबाजी तेज हो गई.

रामेश्वर महतो ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हस्तक्षेप करने की मांग की है. जेडीयू एमएलसी का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा के जाने से पार्टी कमजोर होगी लिहाजा नीतीश कुमार को इस मामले में पहल करनी चाहिए.

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