ब्रिटेन में इस्तीफों की झड़ी के बाद राजनीतिक संकट, स्वास्थ्य और वित्त मंत्री ने छोड़ा पद, मुश्किल में बोरिस सरकार – Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • सांसद पर लगे आरोपों के बाद घिरे जॉनसन
  • एक और मंत्री ब्रिटिश पीएम के आवास पहुंचे

एक महीने पहले ही अविश्वास प्रस्ताव से बचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर फिर दबाव बढ़ गया है. ब्रिटेन के 2 कैबिनेट मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मंत्रियों के इस कदम के बाद अब बोरिस जॉनसन पर इस्तीफे का प्रेशर बढ़ने लगा है.

मंगलवार को ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने बोरिस सरकार से इस्तीफा दे दिया. सुनक ने अपने इस्तीफे में कहा कि वह सरकार का साथ छोड़ने से दुखी हैं, लेकिन वे काफी सोचने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि अब सरकार के साथ नहीं रहा जा सकता है.

सुनक ने अपने इस्तीफे में कहा कि जनता उम्मीद करती है कि सरकार सही ढंग और गंभीरता से काम करेगी. उन्होंने आगे कहा, ‘हो सकता है कि ये मेरा आखिरी मंत्री पद हो, लेकिन मेरा मानना ​​है कि इन मानकों पर लड़ना जरूरी है और इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं’. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि ‘मैं अपनी अंतरात्मा की आवाज को नहीं रोक सकता’. इसके अलावा यूके के संस्कृति सचिव नादिन डोरिस भी पीएम के सरकारी आवास पहुंचे हैं.

दरअसल, ये पूरा घटनाक्रम ब्रिटेन के एक सांसद क्रिस पिंचर से जुड़ा बताया जा रहा है. क्रिस पिंचर पर नशे में लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने और यौन दुराचार जैसे आरोप लगे थे. इस मामले में ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के रवैये पर भी सवाल उठाए गए. क्योंकि आरोप लगने के बाद पिंचर को प्रमोशन दिया गया. दरअसल, पिछले 5 दिनों में ब्रिटेन की सरकार ने अपना बयान बार-बार बदला.

ब्रिटेन के मंत्रियों ने शुरुआत में कहा कि  जॉनसन को किसी भी आरोप के बारे में पता नहीं था, जब उन्होंने फरवरी में पिंचर को पदोन्नत किया. लेकिन सोमवार को एक प्रवक्ता ने कहा कि जॉनसन यौन दुराचार के आरोपों के बारे में जानते थे. या तो इस मामले को हल कर दिया गया था या औपचारिक शिकायत के लिए आगे नहीं बढ़ाया गया.

बता दें कि पिछले महीने जून में ही सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के 50 से ज्यादा सांसदों ने बोरिस जॉनसन के इस्तीफे की मांग की थी. लेकिन PM बोरिस जॉनसन विश्वास मत जीतने में सफल हो गए थे. सदन में 211 में से 148 वोट जॉनसन को मिले थे. 

दरअसल, तब बोरिस पर आरोप लगा थे कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच 19 जून, 2020 को जॉनसन ने पार्टी का आयोजन किया था. इस दिन उनका जन्मदिन था और वे 56 साल के हुए थे. इस दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में जॉनसन की पत्नी कैरी ने पार्टी का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में करीब 30 लोग शामिल हुए थे. 

जिस समय पार्टी आयोजित की गई उस वक्त कोरोना लॉकडाउन लागू था, और कार्यक्रमों में दो से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं थी. इस पूरे विवाद को पार्टीगेट घोटाला नाम दिया गया था. कोरोना प्रतिबंधों के वक्त डाउनिंग स्ट्रीट में कैबिनेट रूम में हुई पार्टी को लेकर बोरिस जॉनसन, उनकी पत्नी समेत कई लोगों पर जुर्माना लगाया गया था. जॉनसन ने पहले कहा था कि डाउनिंग स्ट्रीट में सरकारी गाइडलाइन का पालन किया था. इससे पहले यूके पीएम बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी जॉनसन ने पुष्टि की थी कि उन्होंने इस मामले में जुर्माना भरा है और माफी मांगी है.

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