केजरीवाल का आरोप: दिल्ली के 63 लाख मकानों-दुकानों पर चल सकता है बुलडोजर, आजाद भारत का सबसे बड़ा विध्वंस होगा – अमर उजाला

सार

केजरीवाल बोले, हम खुद भी अतिक्रण के खिलाफ हैं। हम नहीं चाहते कि दिल्ली खराब दिखे। दिल्ली में अतिक्रमण को लेकर कई बातें उसमें से एक है कि दिल्ली पिछले 75 सालों में जैसा बसा है वह प्लान्ड तरीके से नहीं बसा।

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विस्तार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा शासित नगर निगम पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि, जिस तरह से भाजपा दिल्ली में लोगों के घर और दुकानें तोड़ रही है, वो सही नहीं है। 63 लाख लोगों की दुकानों या मकानों पर बुलडोजर चल सकता है। ये आजाद भारत का सबसे बड़ा विध्वंस होगा।

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प्रेसवार्ता के दौरान केजरीवाल ने कहा कि बीते कुछ दिनों से हम देख रहे हैं कि दिल्ली में भाजपा शासित नगर निगम का बुलडोजर चल रहा है। उनका कहना है कि हम आने वाले कुछ महीनों तक यह अभियान चलाएंगे और दिल्ली से अतिक्रमण हटाएंगे।

केजरीवाल बोले, हम खुद भी अतिक्रण के खिलाफ हैं। हम नहीं चाहते कि दिल्ली खराब दिखे। दिल्ली में अतिक्रमण को लेकर दो बातें हैं, उसमें से एक है कि दिल्ली पिछले 75 सालों में जैसा बसा है वह प्लान्ड तरीके से नहीं बसा। दिल्ली जिस तरह से बनी उसमें 80 प्रतिशत से ज्यादा दिल्ली एन्क्रोच्ड(अतिक्रमण कर बनी) कही जा सकती है। तो प्रश्न उठता है कि क्या 80 प्रतिशत दिल्ली को तोड़ा जाएगा।

दूसरा प्रश्न ये है कि जिस तरीके से अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, न कोई कागज है न किसी को मौका दिया जा रहा है। कहीं भी बुलडोजर ले जाकर मकान व दुकान तोड़ने लगते हैं। लोग अपने कागज लेकर गुहार लगाते रह जाते हैं लेकिन ये किसी की नहीं सुनते। कोई कागज नहीं देखे जा रहे बस बुलडोजर चलाया जा रहा है, ये तो गलत है।

केजरीवाल ने आरोप लगाया कि इनकी प्लानिंग है कि सभी कच्ची कॉलोनियों को तोड़ा जाएगा। दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में लगभग 50 लाख लोग रहते हैं। झुग्गियां तोड़ना भी इनका प्लान है जहां लगभग 10 लाख की आबादी रहती है। इसके अलावा ये तीन लाख प्रॉपर्टी की ऐसी लिस्ट बनाई है जिसमें नक्शे से हटकर किसी ने बालकनी बना ली या कोई मामूली निर्माण कर लिया। 63 लाख लोगों पर बुलडोजर चलेंगे। मैं समझता हूं कि यह आजाद भारत का सबसे बड़ा विध्वंस होगा। ये तो सही नहीं है।

 

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