Rahul Gandhi in Punjab: राहुल गांधी पंजाब पहुंचे, कांग्रेस ने सिख और दलित वोटबैंक को साधने का बनाया ये प्लान – Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • राहुल गांधी की पहली रैली दलित बहुल जालंधर में
  • पंजाब में कांग्रेस की सियासत दलित केंद्रित दिख रही

पंजाब विधानसभा चुनाव की सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को पार्टी के चुनावी अभियान को धार देने के लिए उतरे हैं. राहुल गांधी अमृतसर में अपने पार्टी के 117 उम्मीदवारों के साथ सवर्ण मंदिर हरमंदिर साहिब में मत्था टेका और इसके बाद दुर्गियाना मंदिर में दर्शन करेंगे. साथ ही भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर मत्था टेकर सियासी समीकरण साधने की कवायद करेंगे. 

इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जालंधर से ही पूरे पंजाब कि कांग्रेस की सियासत को नई दिशा देते नजर आएंगे. राहुल का यह दौरा कांग्रेस की सियासत के नए समीकरण तय करने वाला है. राहुल गांधी अपने कांग्रेसी उम्मीदवारों को जीत का मंत्र भी देंगे. साथ ही जालंधर से आयोजित की जाने वाली वर्चुअल रैली के जरिए दोआब के दलित समुदाय को सियासी संदेश देना का प्लान बनाया गया है.

सिख के साथ दलित वोट बैंक पर नजर 

राहुल गांधी ने पंजाब में स्वर्ण मंदिर में मात्था टेकर सिख समुदाय को साधने की रणनीति बनाई है तो वाल्मिकी मंदिर में दर्शन और दोआब के जालंधर को अपनी पहली रैली के लिए चुना है. कांग्रेस द्वारा पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले बनाए गए दलित सियासत के समीकरणों के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है. पंजाब में सबसे ज्यादा दलित वोट बैंक वाले दोआबा से राहुल गांधी इसीलिए पंजाब के चुनावी प्रचार का आगाज कर रहे हैं. 

पंजाब में कांग्रेस दलित वोट बैंक पर पकड़ और मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को किनारे कर तमाम दावों के बीच चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया था. पार्टी ने संकेत दे दिया था कि पंजाब में कांग्रेस अब दलित सियासत को सबसे आगे लेकर चलेगी. यही वजह थी कि राहुल के दौरे के मद्देनजर ही चरणजीत सिंह चन्नी ने गणतंत्र दिवस समारोह में झंडा फहराने के लिए जालंधर का चुनाव किया था. 

सीएम चन्नी ने बुधवार को झंडा फहराने के बाद कांग्रेसियों के साथ बैठक करके राहुल गांधी के आगमन की तैयारियों की समीक्षा की थी. इस मौके पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे. जालंधर जिले की जालंधर पश्चिम, करतारपुर, आदमपुर, फिल्लौर सहित दोआबा की एक दर्जन से ज्यादा विधानसभा सीटों पर दलित वोट बैंक निर्णायक हैं. ऐसे में कांग्रेस किसी भी कीमत पर उन्हें अपने पक्ष में करना चाहती है. इसी मद्देनजर कांग्रेस ने चुनावी अभियान जालंधर से करने की कवायद कर रहे हैं. 

बता दें पंजाब कांग्रेस के नेता इस इंतजार में हैं कि राहुल गांधी अपने दौरे के दौरान सीएम के कैडिंडेट का ऐलान करते हैं या नहीं. कांग्रेस पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में किसी को भी चेहरा घोषित करने से बच रही है. कांग्रेस पार्टी बार बार दावा कर रही है कि वह चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ को चेहरा बनाकर चुनाव लड़ रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के भीतर किसी एक को सीएम उम्मीदवार घोषित करने का दबाव बढ़ता जा रहा है.

 

Related posts