हाइलाइट्स
- गोवा के सीएम रहे और बीजेपी के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे ने पार्टी छोड़ी
- उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी से इस्तीफा दिया, अब पणजी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे
- इस सीट से उनके पिता और गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर 6 बार विधायक रह चुके हैं
पणजी: गोवा के पूर्व सीएम और बीजेपी के सीनियर नेता रहे मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के बेटे उत्पल पर्रिकर (Utpal Parrikar) ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। अब उत्पल पणजी सीट (Panaji Seat) से विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ेंगे। उत्पल ने अपना इस्तीफा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद तनावड़े को भेजा है। एनबीटी से बात करते हुए सदानंद तनावड़े ने कहा कि शुक्रवार को मुझे उत्पल का पत्र मिला। जिसमें उन्होंने लिखा था कि उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और बतौर राज्य कार्यकारिणी सदस्य से इस्तीफा स्वीकार किया जाए। पार्टी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। मैं उनको उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
पणजी सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे उत्पल
उत्पल पर्रिकर पणजी सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। अपनी इच्छा से उन्होंने पार्टी को अवगत भी करा दिया था। लेकिन पार्टी की तरफ से उन्हें पणजी सीट से टिकट देने को लेकर कभी पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला। उत्पल ने पहले भी हिंट किया था कि टिकट न मिलने पर वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।
अब बीजेपी छोड़कर इसी सीट से निर्दलीय लड़ेंगे
गुरुवार को बीजेपी ने जब गोवा के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान किया तब पणजी सीट से मौजूदा विधायक को ही टिकट देने की भी घोषणा की। बीजेपी ने कहा कि उत्पल को दूसरी सीट से चुनाव लड़ने को कहा जा रहा है। शुक्रवार को उत्पल ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया।
उत्पल के लिए बाकी दल पीछे हटेंगे?
उत्पल पिछले कई दिनों से पणजी में प्रचार में भी जुटे थे। एक दिन पहले ही शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि अगर उत्पल पर्रिकर निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो सभी गैर-बीजेपी दलों को उनका समर्थन करना चाहिए। अब देखना होगा कि उत्पल के निर्दलीय लड़ने की घोषणा पर बाकी विपक्षी दलों की क्या प्रतिक्रिया रहती है।
पणजी सीट पर बीजेपी का दबदबा, मनोहर पर्रिकर 6 बार विधायक रहे
गोवा की पणजी सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है और यहां से पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर 6 बार विधायक रह चुके हैं। गोवा में बीजेपी का आधार मजबूत करने में पर्रिकर की अहम भूमिका मानी जाती है। इस सीट पर अब पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर बीजेपी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं।