नीरज चोपड़ा का ये वीडियो देख शर्म से धंस जाएंगे एजेंडा चलाने वाले लोग – The Lallantop














नीरज चोपड़ा. टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड जीतने के बाद से हर रोज ख़बरों में बने हैं. कभी कोई इन्हें बुलाकर सामूहिक नृत्यकला का प्रदर्शन कर रहा. तो कोई इंटरव्यू के नाम पर गर्लफ्रेंड्स की संख्या पूछ रहा. और नीरज हैं कि प्रैक्टिस की खोज में हलकान हुए जा रहे. लेकिन इससे हमें कहां ही फ़र्क पड़ता है. सूरज चढ़ा है तो जब तक पूरा गांव सलाम नहीं कर लेगा, तब तक चैन कहां मिलेगा?
और इसी सब सिलसिले में 25 अगस्त को नीरज का एक इंटरव्यू वायरल हो गया. इसमें उन्होंने बताया था कि कैसे टोक्यो में अपने पहले थ्रो से पहले वो थोड़े परेशान हो गए थे. क्योंकि उन्हें अपना जैवलिन नहीं मिल रहा था. नीरज ने बताया कि बाद में उन्होंने देखा कि पाकिस्तानी जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम उनके जैवलिन से प्रैक्टिस कर रहे. फिर नीरज ने जैवलिन लिया और अंततः उसी जैवलिन से गोल्ड जीता.
और गोल्ड के बाद जो चल रहा है वो हम शुरू में ही बता चुके हैं. लेकिन नीरज के इन कमेंट्स के बाद भारतीय सोशल मीडिया पर एक अलग ही चीज दिखी. लोगों ने अरशद को जाने क्या-क्या बता दिया. कोई उन्हें चोर तो कोई आतंकवादी करार दिए जा रहा था. नीरज के अच्छे दोस्त अरशद के पीछे पूरा भारत देश पड़ा था. और इसमें उन लोगों की संख्या ज्यादा थी जिन्हें जैवलिन या भाले के नाम पर बस राणा प्रताप याद आते हैं. और इनकी खासियतों में उड़ते तीर को ललचाई नज़र से देखना भी शामिल है.

For those who don’t know, our champ Neeraj is referring to these.
Remember it when you catch these anti-nationals spreading venom next.
Shameful. Wish these folks had got love in their life.
Bringing disrepute to India & Hindus since forever.
Apologies on their behalf, Neeraj pic.twitter.com/p21bBg8DPL
— Saahil Murli Menghani (@saahilmenghani) August 26, 2021
और ऐसे लोगों ने ट्विटर, फेसबुक से लेकर दो कौड़ी की वेबसाइट्स तक पर ऐसी गंध मचाई कि नीरज से रहा नहीं गया. उन्होंने खुद सामने आकर ऐसी टुच्ची हरकतें कर रहे लोगों को बिना भाले के ही दूर तक फेंक दिया. नीरज ने एक वीडियो ट्वीट कर अपना पक्ष रखा. वीडियो में उन्होंने कहा,
‘सभी को नमस्कार. सबसे पहले तो सबका धन्यवाद करता हूं कि आप लोगों ने इतना सपोर्ट किया. इतनी दुआएं दीं, इतना प्यार दिया. काफी अच्छा लग रहा है. साथ में मैं बताना चाहूंगा कि मेरे एक हालिया इंटरव्यू से एक मुद्दा उठ रहा है. इस इंटरव्यू में मैंने कहा था कि टोक्यो के फाइनल में पहले थ्रो से पहले मैंने पाकिस्तानी जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम से अपना जैवलिन मांगा था.
इसका काफी बड़ा मुद्दा बना दिया है. जबकि बहुत सिंपल सी बात है कि हम अपने पर्सनल जैवलिन एक जगह रखते हैं और सभी थ्रोअर उसको यूज कर सकते हैं. यही नियम है. और इसमें कुछ गलत नहीं है कि अरशद मेरा जैवलिन लेकर तैयारी कर रहा था. और मैंने अपने थ्रो के लिए उसे मांगा. ये इतनी बड़ी बात नहीं है. मुझे काफी दुख है कि मेरा सहारा लेकर इस बात को इतना बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है.
मैं आप सभी से यही विनती करता हूं कि ऐसा ना करें. स्पोर्ट्स सभी को मिलकर चलना सिखाता है. हम सभी जैवलिन थ्रोअर आपस में प्यार से रहते हैं. सभी आपस में अच्छे से बात करते हैं. इसलिए आप कोई ऐसी बात ना कहें जिससे हमें ठेंस पहुंचे.’

मेरी आप सभी से विनती है की मेरे comments को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाए। Sports हम सबको एकजूट होकर साथ रहना सिखाता हैं और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है 🙏🏽 pic.twitter.com/RLv96FZTd2
— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) August 26, 2021
आपको बता दें कि आपके दी लल्लनटॉप ने इस ख़बर को वैसे ही इग्नोर किया था जैसे नेता मुद्दों को करते हैं. क्योंकि हमें पता था कि ये ना तो ख़बर है और ना ही हाय-तौबा करने वाला मुद्दा. स्पोर्ट्स में एक-दूसरे के साजो-सामान देखना बेहद आम बात है. और ज़ाहिर है कि एशिया के टॉप थ्रोअर्स में से एक अरशद टोक्यो तक नीरज का जैवलिन चुराने नहीं गए थे.
और बाकी आतंकवादी वाली मानसिकता के लोग कैसे हैं ये सबको पता है. इसलिए उन पर कमेंट करके ऊर्जा क्यों व्यर्थ करनी. उनके लिए यीशू बहुत पहले कह गए थे.
‘हे परमपिता, इन्हें माफ़ करना ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं.’
हालांकि इन जहरीले लोगों के केस में बात उल्टी है. इन्हें अच्छे से पता है कि ये क्या कर रहे हैं. लेकिन फिर भी, इन्हें माफ़ कर देते हैं. क्योंकि हमारा मानना है कि इनके मुंह लगने की जगह चार अच्छी फिल्में या चार अच्छी किताबें पढ़ना ज्यादा श्रेयस्कर रहेगा.

‘वर्ल्ड U-20 सिल्वर मेडलिस्ट शैली सिंह में ओलंपिक मेडल जीतने की क्षमता’

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