विपक्ष की मोर्चाबंदी: सोनिया गांधी की वर्चुअल मीटिंग में जुटे 18 विपक्षी दल, ममता ने BJP के खिलाफ कोर ग्रुप… – दैनिक भास्कर

  • Hindi News
  • National
  • Sonia Gandhi Opposition Meeting Update; Mamata Banerjee | Uddhav Thackeray, Hemant Soren, Sharad Pawar And More

नई दिल्लीएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को 18 विपक्षी दलों के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक की। इसमें 2024 में लोकसभा चुनाव की तैयारी और BJP के खिलाफ एकजुटता पर बात हुई। बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने BJP के खिलाफ एक कोर ग्रुप बनाने का सुझाव दिया।

मीटिंग में कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और राहुल गांधी भी शामिल हुए। दूसरी पार्टियों से फारूक अब्दुल्ला, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार, शरद यादव और सीताराम येचुरी समेत कई बड़े नेता जुड़े।

मीटिंग में सोनिया ने विपक्षी नेताओं से कहा कि आखिर में हमारा लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव ही है। हमें ऐसी सरकार के लिए योजना बनाकर काम करना होगा जो आजादी के आंदोलन के मूल्यों में विश्वास करती हो।सोनिया ने कहा कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा करने में सरकार ने इच्छा नहीं दिखाई। इसके कारण संसद का मानसून सत्र पूरी तरह से धुल गया। संसद में विपक्ष की एकता का भरोसा है, लेकिन इसके बाहर बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी।

20 से 30 सितंबर तक पूरे देश में प्रदर्शन
सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में शामिल सभी मुख्यमंत्रियों ने कहा कि विपक्ष को एकजुट होना होगा। गैर भाजपा वाली राज्य सरकारों को परेशान किया जा रहा है। हमें साथ आना होगा और केंद्र सरकार का सामना करना होगा। साथ ही तय किया गया कि ऑनलाइन मीटिंग में शामिल होने वाले सभी 19 दल 20 से 30 सितंबर तक पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेंगे।

बैठक के बाद LJD के शरद यादव ने बताया कि विपक्षी नेताओं ने इस बात पर चिंता जताई है कि कैसे सभी संस्थान एक पार्टी (BJP) का समर्थन कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने BJP के खिलाफ विपक्षी एकजुटता के लिए एक कोर ग्रुप बनाने का विचार रखा, जिसकी बैठक हर तीन-चार दिन में हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी है और यह साफ है कि या तो सोनिया गांधी या राहुल गांधी कोर ग्रुप की अध्यक्षता करेंगे। मुझे विश्वास है कि आज की बैठक में शामिल होने वाले सभी लोगों का यही सुझाव होगा।

साझा बयान में कश्मीर, कृषि कानून और CAA का जिक्र
बैठक के बाद विपक्ष ने साझा बयान जारी किया। इसमें केंद्र सरकार से कुछ मांगे की गई हैं। इनमें शामिल हैं…

  1. जम्मू-कश्मीर में सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए। केंद्रीय सेवाओं के जम्मू-कश्मीर कैडर सहित पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करें। यहां जल्द से जल्द स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएं।
  2. तीनों नए कृषि कानूनों को निरस्त कर किसानों को MSP की अनिवार्य गारंटी दी जाए। भीमा कोरेगांव मामले और CAA के विरोध में UAPA के तहत सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करें।
  3. जिस तरह सरकार ने संसद के मानसून सत्र में अड़चनें डालीं, पेगासस मामले में चर्चा करने से इनकार किया, किसान विरोधी कानूनों को रद्द न करने, कोविड -19 से निपटने के मैनेजमेंट में नाकामी और बढ़ती महंगाई की निंदा की गई।

AAP, BSP को न्योता नहीं, सपा शामिल नहीं हुई
बैठक के जरिए विपक्षी दल सत्ताधारी भाजपा को अपनी एकजुटता भी दिखा रहे हैं। हाल ही में मानसून सत्र के दौरान संसद में पेगासस जासूसी कांड, किसान आंदोलन, महंगाई समेत दूसरों मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा था। इन दिनों विपक्षी पार्टियों में अच्छी एकजुटता नजर आ रही है। हालांकि, कांग्रेस ने मीटिंग के लिए आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को न्यौता नहीं भेजा था। समाजवादी पार्टी से भी कोई नेता मीटिंग से नहीं जुड़ा।

ये पार्टियां हुई शामिल
इस मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा, सीपीआई, सीपीएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस, राष्ट्रीय जनता दल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, जनता दल सेकुलर, राष्ट्रीय लोक दल, केरल कांग्रेस (M), DMK, AIUDF, VCK, RSP और IUML शामिल हैं।

विपक्षी दलों के साथ राहुल की ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसी महीने विपक्षी दल के नेताओं के साथ ब्रेकफास्ट मीटिंग रखी थी। इसमें 14 दलों के नेता शामिल हुए। इस ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स का मकसद विपक्ष को एक साथ रखने की कोशिश थी। साथ ही पेगासस जासूसी कांड जैसे मुद्दों पर संसद में सरकार की घेराबंदी के लिए रणनीति तैयार की गई। बैठक खत्म होने के बाद राहुल गांधी साइकिल से संसद रवाना हुए। उनके साथ विपक्षी दलों के नेता भी साइकिल से संसद पहुंचे।

दिल्ली आकर कई नेताओं से मिली थीं ममता बनर्जी
हाल ही में ममता बनर्जी ने का दिल्ली दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी समेत कई दूसरे नेताओं से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के जरिए उन्होंने केंद्र को संदेश दिया कि विपक्ष इतना कमजोर नहीं है, जितना सरकार समझ रही है। कहा जा रहा है कि विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ने की योजना बना रहे हैं।

खबरें और भी हैं…

Related posts