न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दिल्ली
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Wed, 18 Aug 2021 12:20 PM IST
सार
सज्जाद नोमानी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता हैं। उन्होंने बुधवार को जारी बयान में कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा जायज है। इससे पहले संभल के सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने भी तालिबान के समर्थन में बयान दिया था।
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विस्तार
नोमानी ने कहा कि पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे एक निहत्थी कौम ने दुनिया की सबसे मजबूत फौजों का मुकाबला किया और काबुल के महल में वे दाखिल हुए। उनमें किसी भी तरह का घमंड नहीं था, बड़े बोल नहीं थे। एक बार फिर यह तारीख रकम हुई है।
बर्क ने की थी स्वतंत्रता सेनानियों से तालिबान की तुलना
सज्जाद नोमानी से पहले शफीकुर रहमान बर्क ने भी तालिबान के समर्थन में विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि तालिबानी अपने देश की आजादी के लिए लड़ रहे हैं। अफगान के लोग उनके नेतृत्व में आजादी चाहते हैं। जब भारत पर ब्रिटिश शासन था तब हमारे देश ने भी आजादी के लिए जंग लड़ी थी। अब तालिबान अपने देश को आजाद कराना चाह रहे हैं और उसके लिए लड़ रहे हैं।
मुकदमा दर्ज होने के बाद बदल गए थे सुर
संभल से सांसद बर्क के विवादित बयान के बाद उन पर मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद उनके सुर बदल गए थे। शफीकुर रहमान ने ट्विटर पर इसकी सफाई देते हुए कहा था कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। मेरा तालिबान से क्या मतलब।