तालिबान के कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट पर देश छोड़ने के लिए उमड़े लोग, फायरिंग से मची भगदड़.
राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा कि वह अपनी जमीं और लोगों के साथ एक उद्देश्य के लिए थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान समर्थित दमन और क्रूर तानाशाही का विरोध करना उनकी वैधता है.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में हालात और बुरे हो गए हैं. अफगानिस्तान से निकलने का सिर्फ एक रास्ता काबुल एयरपोर्ट ही बचा है. लोग देश छोड़ने के लिए भाग रहे हैं. काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल था. इस दौरान फायरिंग होने से भगदड़ मच गई. भगदड़ में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है. फिलहाल अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट को अपने कब्जे में ले लिया है और 6000 सैनिक उतारने की तैयारी में है.