हाइलाइट्स
- असम-मिजोरम के बीच सोमवार को खूनी संघर्ष में असम पुलिस के 6 जवान मारे गए
- दोनों राज्य एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप, असम के मंत्री ने मिजोरम पर लगाया आरोप
- मंत्री ने मिजोरम पर फायरिंग का आरोप लगाते हुए जलियांवाला बाग कांड से तुलना की
गुवाहाटी
असम-मिजोरम के बीच सीमा विवाद को लेकर सोमवार को हिंसा भड़की, जिसमें असम पुलिस के 6 जवान मारे गए। इस घटना के पीछे दोनों राज्य एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। असम के मंत्री परिमल सुकलाबैद्य ने दावा किया कि उनकी पुलिस की तरफ से कोई फायरिंग नहीं हुई। उन्होंने मिजोरम पर फायरिंग का आरोप लगाते हुए जलियांवाला बाग कांड से तुलना कर दी।
अपडेट@10 AM- असम ने फायरिंग शुरू की, ग्रेनेड फेंके: जोरामथांगा
मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने आरोप लगाया,’करीब 200 असम पुलिसकर्मी बॉर्डर पार करके आए और मिजोरम की तरफ सीआरपीएफ पोस्ट को रौंद दिया। असम की तरफ से फायरिंग की शुरुआत हुई। उन्होंने ग्रेनेड फेंके और मशीन गन का इस्तेमाल किया।’
अपडेट@ 9AM- असम के मंत्री ने जलियांवाला कांड से की तुलना
असम के मंत्री परिमल सुकलाबैद्य ने कहा, ‘सीमा विवाद में हमारे 6 जवान मारे गए। असम की तरफ से कोई फायरिंग नहीं हुई। हमारे जवान शांत थे। फायरिंग मिजोरम की तरफ से हुई, ठीक वैसे ही जैसे ब्रिटिश पुलिस ने जलियांवाला बाग में किया था।’ इससे पहले असम के सीएम और मिजोरम के सीएम एक-दूसरे राज्य की पुलिस पर आरोप मढ़ रहे हैं।
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अपडेट@8.30 AM- घायल जवानों से मिले हिमंत
सीएम हिमंत बिस्व शर्मा ने मंगलवार सुबह सिलचर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में उपद्रव में घायल हुए पुलिस जवानों से मुलाकात की और उनका हाल चाल दिया। असम सरकार का दावा है कि उनके हमले में उनके 6 जवान मारे गए जबकि 50 से अधिक घायल हुए हैं।
ट्विटर पर भिड़े दोनों राज्यों के सीएम
असम-मिजोरम सीमा पर हिंसा के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच ट्विटर पर जंग देखने को मिली। असम के सीएम हिमंत बिस्व शर्मा ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि असम की पुलिसकर्मियों की मौत के बाद मिजोरम के उपद्रवियों और जवानों ने जश्न मनाया।
शाह ने मैत्रीपूर्ण ढंग से समाधान निकालने को कहा
दोनों राज्यों के सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मामले में दखल देने की अपील की। देर रात शाह ने भी दोनों से बात कर विवादित सीमा क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने और मैत्रीपूर्ण ढंग से समाधान निकालने को कहा।