बंगाल विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल करके लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं ममता बनर्जी की नजरें अब दिल्ली पर हैं। तृणमूल कांग्रेस देशभर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में जुट गई है। बुधवार को ममता बनर्जी के पोस्टर पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात के अहमदाबाद में भी दिखे। हालांकि, बाद में इन्हें हटा दिया गया। तृणमूल कांग्रेस आज शहीदी दिवस की 28वीं बरसी मना रही है और इस मौके पर ममता बनर्जी 2024 के लिए बिगुल फूंक सकती हैं। ‘दीदी’ के भाषण को त्रिपुरा, असम, ओडिशा, बिहार, पंजाब, यूपी और दिल्ली सहित कई राज्यों में बड़े स्क्रीन पर दिखाने की तैयारी है।
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ममता बनर्जी को रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन ममता ने ना सिर्फ बीजेपी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया बल्कि पहले से अधिक सीटें लेकर सत्ता में वापसी करने में सफल रहीं। बंगाल के नतीजों के बाद से उनके हौसले बुलंद हैं और टीएमसी के नेताओं का मानना है कि ‘दीदी’ मोदी के खिलाफ विकल्प बन सकती हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले टीएमसी इस दिशा में कुछ बड़े ऐलान कर सकती है। हालांकि, बंगाल के बाहर टीएमसी का अब तक कोई जनाधार नहीं रहा है।
Gujarat: A hoarding of West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee (pic 1) that was put up at Ahmedabad was later removed (pic 2).
She is scheduled to give a speech virtually today that will be telecast on giant screens across Tripura, Assam, Odisha, Bihar, Punjab, UP & Delhi. pic.twitter.com/B0WCUkDxyL
— ANI (@ANI) July 21, 2021
क्यों शहीदी दिवस मना रही है टीएमसी?
तृणमूल कांग्रेस के लिए 21 जुलाई का दिन बहुत अहम है। पार्टी हर साल इस दिन शहीदी दिवस मनाती है। आज ही के दिन 1993 में पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन चल रहा था, जिसकी अगुआई ममता बनर्जी कर रही थीं। इस दौरान कोलकाता पुलिस ने गोलीबारी कर दी, जिसमें 13 लोग मारे गए थे। इस आंदोलन ने ममता बनर्जी को राजनीतिक रूप से बेहद मजबूत किया।
संबंधित खबरें