Coronavirus Vaccination: नई टीकाकरण नीति के पहले दिन ही रिकॉर्ड वैक्सीनेशन, अब तक 80.96 लाख का आंकड़ा पार – News18 हिंदी

नई दिल्ली. केंद्र के नई वैक्सीन प्रोटोकॉल लागू होने के पहले दिन ही भारत ने रोज़ाना लगने वाली वैक्सीन के मामले में नया रिकॉर्ड कायम कर लिया है, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा के मुताबिक पहले दिन ही शाम 7 बजे तक करीब 80.96 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. मंत्रालय का कहना है कि पांच भाजपा शासित प्रदेश जैसे मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा वैक्सीन लगाने के मामले में सबसे आगे रहे. शाम 5 बजे तक मध्य प्रदेश में 13 लाख, कर्नाटक में 8.73 लाख और उत्तर प्रदेश में 6.74 लाख खुराकें दी गईं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के टीकाकरण कार्यक्रम के दिशानिर्दशों में सुधार के बाद पहले ही दिन 47 लाख से ज्यादा लोगो ने टीका लगवाया. केंद्र सरकार की कोविड-19 की नई नीति आज से पूरे देश में प्रवाभी हो गई है. नई नीति के मुताबिक केंद्र सरकार अब वैक्सीन निर्माताओं से 75 फीसद वैक्सीन खुद खरीदेगी और उसे राज्यों को मुफ्त देगी, वहीं बचा हुआ 25 फीसद कोटा राज्यों को मिलेगा.

इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा वैक्सीन अप्रैल के शुरुआती दिनों में लगी थी, उस दौरान ये आंकड़ा 43 लाख तक पहुंच गया था, इसी तरह 14 जून को भी 38 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई थी. न्यूज 18 की खबर के हिसाब से सरकार नई वैक्सीन नीति की मदद से अगस्त से अपने लक्ष्य को 1 करोड़ तक लाने पर विचार कर रही है.

16 जनवरी से शुरू हुआ था टीकाकरण16 जनवरी से कोरोनावारयस वैक्सीन लगने का पहला चरण शुरू हुआ था, उस वक्त ये सभी स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया था. इसके बाद इसे बढ़ाते हुए फरवीर में फ्रेंटलाइन वर्कर को भी इसमें जोड़ लिया था. वैक्सीन लगने का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू हुआ था. सरकारी अनुमान के मुताबिक इस चरण में वैक्सीन लगाने वालों की संख्या 27 करोड़ के आसपास थी. इसमें 60 से ऊपर की उम्र समूह और 45 से ऊपर वाले उम्र समूह के ऐसे लोग शामिल थे जिन्हें पहले से कोई बीमारी रही हो.

वैक्सीन का तीसरा चरण 1 अप्रैल से शुरू हुआ था, जिसमें सारे 45 से ऊपर की उम्र समूह को शामिल कर लिया था.जिनकी आबादी 2011 की जनगणना के हिसाब से34.51 है.

पहले दो चरणों में ये थी टीकाकरण नीति

भारत में पहला टीकाकरण अभियान (Vaccination Programme) 16 जनवरी से शुरू 30 अप्रैल तक चला था. इस दौरान केंद्र सरकार की नीति यह रही कि उसने टीका निर्माताओं से 100% वैक्सीन की खरीद की और उन्हें राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में दिया. पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से ऊपर वालों को प्राथमिकता दी गई थी. इसके बाद एक मई से केंद्र ने उदारीकृत नीति (Liberalized Policy) को लागू किया, जिसके अंतर्गत केंद्र टीका निर्माताओं से 50 प्रतिशत वैक्सीन की खरीदारी की, जबकि बाकी के 50 प्रतिशत की खरीद राज्य और निजी अस्पतालों ने प्रत्यक्ष रूप से निर्माताओं से की.

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कोविन पर पहले से रजिस्ट्रेशन जरूर नहीं

21 जून से शुरू हुए टीकाकरण के तीसरे चरण में Cowin.gov.in पर पहले रजिस्ट्रेशन होना जरूरी नहीं है. सभी सरकारी और निजी टीकाकरण केंद्रों पर टीका लगाने के लिए पहुंचे लोगों को यह सुविधा वहीं पर मुहैया कराई जाएगी.

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