Corona Vaccination in India: भारत में रिकॉर्ड 80 लाख लोगों को लगा कोरोना का टीका, पीएम बोले-वेल डन इंडिया – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • भारत में वैक्सीनेशन अभियान ने बनाया रेकॉर्ड
  • एक दिन में सर्वाधिक 80 लाख ज्यादा को दी गई कोरोना वैक्सीन
  • आज से ही सबको फ्री वैक्सीन की केंद्र सरकार ने की है शुरुआत

नई दिल्ली
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड -19 टीकाकरण के लिए संशोधित दिशानिर्देशों के पहले दिन सोमवार की शाम तक देशभर में टीके की 82 लाख खुराक दी गई। गत 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बाद से एक दिन में टीके की सबसे अधिक खुराक दी गई है। पीएम मोदी ने इस रिकॉर्ड के लिए देशवासियों के बधाई दी है।

पीएम मोदी ने भी रिकॉर्ड वैक्सीनेशन को लेकर खुशी जताई है। पीएम ने ट्वीट कर कहा, ‘आज रिकॉर्डतोड़ वैक्सीनेशन के आंकड़े खुश करने वाले हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार है। वैक्सीन लगवाने वालों को बधाई और ज्यादा लोगों को वैक्सीन सुनिश्चित करने वाले फ्रंटलाइन वॉरियर्स भी तारीफ के काबिल हैं। वेल डन इंडिया’

गृह मंत्री अमित शाह ने एक दिन में सर्वाधिक वैक्सीनेशन की तारीफ की। गृह मंत्री ने इस उपलब्धि का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अविश्वसनीय, एक और उपलब्धि। 80 वैक्सीन आज लगाई गईं। एक रिकॉर्डतोड़ उपलब्धि। पीएम मोदी को विजनरी नेतृत्व के लिए बधाई।’

इसने पहले राज्यों और निजी अस्पतालों को 50 प्रतिशत टीके खरीदने की अनुमति दी थी। हालांकि, कई राज्यों द्वारा धनराशि सहित कुछ समस्याओं की शिकायत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ जून को टीका दिशानिर्देशों में संशोधन की घोषणा की थी। संशोधित दिशा-निर्देशों में कहा गया था, ‘खरीदे गए टीके राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लगातार नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे जैसा कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत के समय से हो रहा है। ये खुराक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा सरकारी टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से प्राथमिकता के अनुरूप सभी नागरिकों को नि:शुल्क लगाई जाएंगी।’

नई वैक्सीनेशन पॉलिसी का असर, दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में अब स्लॉट खाली

इनमें कहा गया था, ’18 साल से अधिक आयु के नागरिकों के आबादी समूह के मामले में राज्य/केंद्रशासित प्रदेश टीका आपूर्ति कार्यक्रम में अपनी खुद की प्राथमिकता तय कर सकते हैं।’ इन दिशा-निर्देशों में कहा गया था कि टीका विनिर्माताओं द्वारा उत्पादन और नए टीकों को प्रोत्साहित करने के वास्ते, घरेलू टीका विनिर्माताओं को सीधे निजी अस्पतालों को टीके उपलब्ध कराने का विकल्प भी दिया गया है जो उनके मासिक उत्पादन के 25 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा।

इन दिशा-निर्देशों के अनुरूप, राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश बड़े और छोटे निजी अस्पतालों तथा क्षेत्रीय संतुलन के बीच टीकों के समान वितरण के मद्देनजर निजी अस्पतालों की मांग का संग्रह करेंगे। दिशानिर्देशों में कहा गया था कि निजी अस्पतालों के लिए टीका खुराक की कीमत प्रत्येक टीका विनिर्माता द्वारा घोषित की जाएगी, और बाद में किए जाने वाले किसी भी बदलाव के बारे में पहले से ही सूचित कर दिया जाएगा।

संशोधित दिशा-निर्देशों में कहा गया था कि सभी नागरिक नि:शुल्क टीकाकरण के हकदार हैं, चाहे उनकी आय कितनी भी हो, और जो लोग भुगतान करने की क्षमता रखते हैं, उन्हें निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इनमें कहा गया था ‘लोक कल्याण’ की भावना को बढ़ावा देने के लिए, गैर-हस्तांतरणीय इलेक्ट्रॉनिक वाउचर के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसे निजी टीकाकरण केंद्रों पर भुनाया जा सकता है। यह लोगों को निजी टीकाकरण केंद्रों पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के टीकाकरण के लिए वित्तीय रूप से मदद करने में सक्षम बनाएगा।



सांकेतिक तस्वीर

Related posts