हालांकि, चंपत राय का कहना है, “हम पर तो महात्मा गांधी की हत्या करने का आरोप भी लगाया गया था। हम आरोपों से नहीं घबराते। मैं इन आरोपों का अध्ययन और उनकी जांच करूंगा।”
अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ी जमीन के सौदे में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सियासत और बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। सवाल उठने के बाद BJP आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने अपना पक्ष रखा, तो आरोप लगाने वाले AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि जब आरोप ट्रस्ट पर है, तब जवाब भाजपा की ओर से क्यों आ रहा है…क्या वह भी इस घोटाले में लिप्त है?
इसी बीच, समाजवादी पार्टी (SP) के पूर्व विधायक पवन पांडे ने हिंदी समाचार चैनल ABP News को बताया, “इस मामले में आगे बड़ी मछलियां भी फंसेंगी। और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।” उन्होंने इसके साथ ही देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जांच कराने की मांग उठाई है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस कथित भ्रष्टाचार के दावे का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राम मंदिर के लिए मिले चंदे का दुरुपयोग करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान और अधर्म है, जबकि आध्यात्मिक गुरु और टीवी डिबेट्स में अक्सर कांग्रेस का समर्थन करने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट किया, “भारत सरकार द्वारा गठित “ट्रस्ट” में करोड़ों का घोटाला घोर पाप के साथ साथ क़ानूनी अपराध है। राम नाम का धंधा करने वाली इस “अनाधिकृत” एजेंसी को तत्काल बर्खास्त किया जाए। सवाल सनातन धर्म की मान्यताओं और मर्यादाओं के साथ साथ प्रधानमंत्री की साख का भी है।”
आरोप लगा ट्रस्ट पर जवाब दे रही है भाजपा।
क्या प्रभु श्री राम के नाम पर हुए करोड़ों के ज़मीन घोटाले में भाजपा भी शामिल है? #राम_मंदिर_घोटाला https://t.co/TaJJxCvfAK— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) June 14, 2021
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हालांकि, चंपत राय का कहना है कि वह ऐसे आरोपों से नहीं डरते हैं। वह सभी आरोपों का अध्ययन करेंगे। मीडिया को जारी एक संक्षिप्त बयान में राय ने कहा, “हम पर तो महात्मा गांधी की हत्या करने का आरोप भी लगाया गया था। हम आरोपों से नहीं घबराते। मैं इन आरोपों का अध्ययन और उनकी जांच करूंगा।”
राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट जमीन घोटाले पर डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य का बयान
‘जांच होगी अगर दोषी पाया गया तो कार्रवाई भी होगी’@kpmaurya1 #RamMandir #RamMandirTrust pic.twitter.com/rAYmqlafwD
— News24 (@news24tvchannel) June 14, 2021
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क्या है पूरा मामला?: सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी। यह सीधे-सीधे धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) का केस है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए। प्रेस वार्ता में सिंह ने कुछ दस्तावेज भी दिखाए थे और दावा किया था, “कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के नाम पर कोई घोटाला और भ्रष्टाचार करने की हिम्मत करेगा। लेकिन जो कागजात मैं आपको दिखाने जा रहा हूं वे चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय ने करोड़ों रुपए चंपत कर दिए।”
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