Breaking: दिल्ली में ऑड-इवन का फॉर्मूला खत्म, 50% क्षमता के साथ खुलेंगे रेस्टोरेंट, सभी दुकानों को भी इजाजत – News18 इंडिया

नई दिल्‍ली. देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के नये मामलों में लगातार कमी होने होने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने एक बड़ा ऐलान किया है. दिल्‍ली में सोमवार से रेस्टोरेंट्स (Restaurants) 50 फीसदी बैठने की क्षमता के सााथ काम करेंगे. इसके अलावा निजी दफ्तर भी 50 फीसदी क्षमता के साथ सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक काम करेंगे. वहीं बाजार, मॉल और मार्केट कॉम्प्लेक्स में सारी दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक खुल सकती हैं. यानी ऑड-इवन का फॉर्मूला अब खत्‍म कर दिया है. हालांकि उन्‍होंने साफ तौर पर कहा है कि यदि आगामी सप्ताह में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी होती है, तो दिल्ली के बाजारों एवं रेस्टोरेंट्स में फिर से प्रतिबंध लागू किए जाएंगे.

इसके साथ सीएम अरविंद केजरीवाल साप्ताहिक बाजार को अनुमति दी जा रही है, लेकिन एक दिन में एक जोन में एक ही साप्ताहिक बाजार को अनुमति दी जाएगी. जबकि सरकारी दफ्तर 100 फीसदी ग्रुप एक अफसर और 50 फीसदी अन्‍य कर्मचारियों के साथ खुल सकेंगे. वहीं, जरूरी सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी. इसके अलावा शादियां 20 लोगों के साथ घर या कोर्ट में ही हो सकती हैं. वहीं, धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं होगी.

इन पर जारी रहेगी पाबंदी

इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान, सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक सभाएं, स्विमिंग पूल, स्टेडियम, स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, सिनेमा, थियेटर, एंटरटेनमेंट पार्क, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम, स्पा, जिम, पब्लिक पार्क और गार्डन पूरी तरह बंद रहेंगे.तीसरी लहर की तैयारी जारी

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 संबंधी हालात काफी हद तक काबू में हैं, संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां की जा रही हैं.

सीटीआई की मांग नहीं मानी

दिल्‍ली सरकार ने चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) की मांग को नहीं माना है. दरअसल सीटीआई ने 14 जून से सैलून और जिम को फिर से खोलने की मांग की थी. इस बाबत सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि सीटीआई ने सैलून और जिम को खोलने की मांग को लेकर दिल्ली सरकार और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से करीब 15 लाख लोगों की जीविका जुड़ी हुई है.

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