जातिवाद करने के आरोपों के बीच अमित शाह से मिले आदित्य नाथ, निषाद और पटेल ने भी की गृह मंत्री से मुलाक़ात; लखनऊ से रिपोर्ट बना कर लाए थे सीएम – Jansatta

गुरुवार को ही गृह मंत्री ने अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के संजय निषाद से भी मुलाकात की। जिसके बाद संजय निषाद और उनके बेटे भाजपा एमएलसी एके शर्मा से मिले, जिन्हें मोदी का करीबी माना जाता है।

योगी आदित्यनाथ ने की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात (फोटो- ट्विटर-@AmitShah)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दिल्ली पहुंचे। जहां उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, वहीं उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से शुक्रवार को मिलने की उम्मीद है। इधर अमित शाह ने गुरुवार को ही मिर्जापुर से लोकसभा सांसद और अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के संजय निषाद से भी मुलाकात की।

सूत्रों के अनुसार शाह ने कथित तौर पर सीएम से कहा कि उन्हें “सभी को साथ लेकर चलना चाहिए” और सरकार को समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि ठाकुर समुदाय के प्रति कथित झुकाव आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ मुख्य शिकायतों में से एक रहा है। शाह के साथ गुरुवार की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर आदित्यनाथ ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया।सूत्रों के अनुसार यात्रा पूर्व निर्धारित नहीं थी और मुख्यमंत्री “कोविड महामारी के प्रबंधन में” राज्य द्वारा की गई प्रगति पर प्रधानमंत्री को जानकारी देना चाहते थे।

साथ ही लंबित विकास परियोजनाओं पर चर्चा होने की उम्मीद थी। हालांकि, पार्टी के एक नेता ने कहा कि आदित्यनाथ ने शाह के साथ जिन मुद्दों पर चर्चा की, उनमें कैबिनेट में फेरबदल भी शामिल था। योगी इस मुद्दे पर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा करना चाहते थे। गुरुवार को ही गृह मंत्री ने अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के संजय निषाद से भी मुलाकात की। जिसके बाद संजय निषाद और उनके बेटे भाजपा एमएलसी एके शर्मा से मिले, जिन्हें मोदी का करीबी माना जाता है।

संयोग से, शाह के अलावा, आदित्यनाथ ने गुरुवार को जितिन प्रसाद से भी मुलाकात की, जिन्होंने एक दिन पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था। कांग्रेस में रहते हुए, प्रसाद ने यूपी में ब्राह्मणों के खिलाफ कथित अत्याचारों को लेकर लगातार आवाज उठायी थी।

शाह के साथ अपनी बैठक में, आदित्यनाथ ने कोविड लॉकडाउन के परिणामस्वरूप प्रवासी संकट के प्रबंधन पर ‘प्रवासी संकट का समाधान’ शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इसमें उन पहलों को शामिल किया गया है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश को न केवल प्रवासी लोगों के प्रबंधन करने में मदद की है, बल्कि जांच और टीकाकरण अभियान को भी कम समय में अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद की।” सूत्रों ने कहा कि सीएम शुक्रवार को प्रधानमंत्री के साथ बैठक में भी रिपोर्ट पेश करेंगे।

अधिकारियों ने कहा कि आदित्यनाथ प्रत्येक जिले के अवसरों और चुनौतियों के आधार पर राज्य में जिला-वार जीडीपी लक्ष्य निर्धारित करने वाली एक योजना का विवरण लेकर पहुंचे हैं। जो 2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के पीएम के लक्ष्य से जोड़ता है।  बातचीत में जिन विकास परियोजनाओं को शामिल किया जाएगा उनमें लंबित दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा और उत्तर प्रदेश रक्षा गलियारा शामिल हैं।

Related posts