कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने बीजेपी (Jatin Prasad joins BJP) का दामन थाम लिया। इस सियासी बदलाव के बाद कांग्रेस में खलबली मची हुई है। वहीं राजस्थान कांग्रेस पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 10 महीने बाद आखिरकार सचिन पायलट ने चुप्पी तोड़कर पार्टी नेतृत्व के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की है। सचिन पायलट ने मीडिया के सामने बयान जारी करते हुए कहा है कि कांग्रेस की तीन सदस्यीय सुलह कमेटी की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। उनका कहना है कि 10 महीने हो गए, लेकिन मुझसे किया वादा अभी तक पूरा नहीं किया गया, आधा कार्यकाल पूरा हो गया , लेकिन मुद्दे अभी अनसुलझें ही हैं।
सोशल मीडिया पर इस चर्चा को फिर मिले पंख
इधर कभी राहुल गांधी की खास टीम माने जाने वाली नेताओं के इस तरह विरोध सामने आने से अब सोशल मीडिया पर जोरों की चर्चा है। लोगों का कहना है कि राहुल गांधी यूथ बिग्रेड बिखरती जा रही है। चर्चा यही है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद जहां जतिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए हैं। वहीं सचिन पायलट भी दोबारा मुखर होते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं क्या सचिन पायलट भी जल्द बीजेपी ज्वाइन करेंगे ?
अगला कौन- सचिन पायलट
बता दें कि लोग सोशल मीडिया पर इस विषय को लेकर चर्चा कर रहे है कि पिछले साल ज्योतिरादित्य सिंधिय़ा ने कांग्रेस का साथ छोड़ा। इसके बाद अब जतिन प्रसाद भी आज बीजेपी में शामिल हो गए, क्या अगला नंबर सचिन पायलट का है ?, क्या सचिन पायलट भी बीजेपी में शामिल होने जा रहे है ?। दरअसल ये सवाल को मजबूती इस बात से भी मिली है, क्योंकि 10 महीने से शांत बैठे पायलट ने मंगलवार को मीडिया का सामने नाराजगी व्यक्त कर दी है। सचिन पायलट के बयान ने यह तो साफ कर दिया है कि पार्टी पर उनकी बात ना सुने जाने का पछतावा है, वो जिस मुद्दे पर दोबारा पार्टी में शामिल हुए थे , उन पर पटाक्षेप ना होना उनके अंदर उनमें कुंठा पैदा कर रही है।
विपक्ष भी गहलोत को घेरने में लगा
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट का बयान सामने आने के बाद विपक्ष भी गहलोत को घेरने में लग गया है। इस मामले में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहना है कि राजस्थान में कांग्रेस की लड़ाई से जनता का अहित हो रहा है। वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आखिर मन का दर्द होठों पर आ ही गया। ये चिंगारी कब बारूद बनकर फूटेगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने में तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलटजी ने अहम भूमिका निभाई थी। सुलह कमेटी के पास मुद्दे अब भी अनसुलझे ही हैं। ना जाने कब क्या हो जाए। आपको बता दें कि हालांकि विपक्ष के बयानों पर सचिन पायलट ने खुद ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी को वेवजह बयानों से बचने के साथ खुद की हालत पर ध्यान देना चाहिए।