आगरा: पारस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन संकट के दौरान मॉक ड्रिल ने ले ली 22 मरीजों की जान! – News18 इंडिया

26 अप्रैल को श्री पारस हॉस्पिटल में कोरोना के 97 मरीज भर्ती थे जिनमें से चार की मौत हो गई थी. इसलिए जिलाधिकारी वायरल वीडियो की सत्यता प्रमाणिक नहीं होने की बात कह रहे हैं

श्री पारस अस्पताल (Sri Paras Hospital) में मॉक ड्रिल बीते 26 अप्रैल, 2021 की सुबह सात बजे की गई थी. इस वक्त अस्पताल में 96 कोरोना मरीज (Corona Patient) भर्ती थे. जिनमें से केवल 74 मरीज जिंदा बचे. अस्पताल के संचालक डॉ. अरिन्जय जैन के चार वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें वो ऑक्सीजन के बड़े संकट वाले दिन का किस्सा बयां कर रहे हैं

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आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) स्थित श्री पारस हॉस्पिटल के एक वायरल वीडियो (Viral Video) से हड़कंप मच गया है. इस वीडियो में हास्पिटल में ऑक्सीजन संकट में मॉक ड्रिल (Mock Drill) से पांच मिनट में 22 गंभीर मरीजों के छंट (मौत) जाने की बात कही जा रही है. वीडियो में हॉस्पिटल संचालक के सामने एक शख्स बोलता है कि 22 लोग मर गए थे. यह पूरी बातचीत 26/27 अप्रैल को सामने आए ऑक्सीजन संकट (Oxygen Crisis) के संदर्भ में है.

श्री पारस अस्पताल (Sri Paras Hospital) में मॉक ड्रिल बीते 26 अप्रैल, 2021 की सुबह सात बजे की गई थी. इस वक्त अस्पताल में 96 कोरोना मरीज भर्ती थे. जिनमें से केवल 74 मरीज जिंदा बचे. अस्पताल के संचालक डॉ. अरिन्जय जैन के चार वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें वो ऑक्सीजन के बड़े संकट वाले दिन का किस्सा बयां कर रहे हैं. इसे लेकर हंगामा खड़ा होने पर हॉस्पिटल संचालक वीडियो को तोड़मरोड़ कर वायरल करने की बात कह रहे हैं.

आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल का वीडियो वायरल होने के बाद ऑक्सीजन संकट के दौर में प्राइवेट अस्पतालों की गंभीर लापरवाही चर्चा में है. कोरोना मरीजों पर मौत की मॉक ड्रिल का जो वीडियो वायरल हुआ है जिलाधिकारी (डीएम) प्रभु नारायण सिंह उसकी जांच की बात कह रहे हैं.

सरकारी रिकॉर्ड में 26 अप्रैल को श्री पारस हॉस्पिटल में चार कोरोना मरीजों की मौत दर्ज है. डीएम प्रभु नारायण सिंह ने कहा कि 26 और 27 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी हुई थी. लेकिन पूरी रात स्वास्थ्य महकमे के साथ प्रशासन की टीम अस्पतालों को ऑक्सीजन पहुंचाती रही. उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल को श्री पारस हॉस्पिटल में कोरोना के 97 मरीज भर्ती थे जिनमें से चार की मौत हो गई थी. इसलिए वायरल वीडियो की सत्यता प्रमाणिक नहीं है, मगर फिर भी इस वीडियो की जांच कराई जाएगी.

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