चक्रवाती तूफान ‘यास’: बंगाल में एक करोड़ लोगों पर असर : ममता बनर्जी – Jansatta

ओडिशा के संवेदनशील क्षेत्रों से 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है और बंगाल में 15 लाख लोगों को शरणस्थलों में पहुंचाया गया है। भद्रक जिले में तट से टकराने के बाद 10.30 से 11.30 के बीच वह दक्षिणी बालासोर के 20 किलोमीटर करीब से गुजरा।

मौसम विभाग का कहना है कि ‘यास’ भारी तबाही मचा सकता है। (एक्सप्रेस फोटो)।

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 130-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ समुद्र तटों से टकराने के बाद बुधवार की दोपहर बाद भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ कमजोर पड़ गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बताया कि चक्रवात ‘यास’ के कारण मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से राज्य में कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए और तीन लाख मकान क्षतिग्रस्त हुए। बनर्जी ने बताया कि मछलियां पकड़ने गए एक व्यक्ति की ‘दुर्घटनावश’ मौत हो गई। बनर्जी ने लोगों को सचेत किया कि तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठती रहेंगी। उन्होंने दावा किया कि बंगाल चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।

उन्होंने बताया कि अभी सरकार के पास नुकसान संबंधी प्रारंभिक आंकड़े हैं। बनर्जी ने कहा कि नुकसान संबंधी सटीक जानकारी मिलने में कम से कम 72 घंटे लगेंगे। बंगाल के जलपाईगुड़ी में तूफान के दौरान 3.8 तीव्रता का भूकम्प भी रिकॉर्ड किया गया। इसका केंद्र मालबाजार में पांच किलोमीटर गहराई पर बताया जा रहा है। चक्रवात ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा के उत्तर और बहनागा ब्लॉक के निकट बालासोर से 50 किलोमीटर दूर तट पर लगभग सुबह नौ बजे टकराया। चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया दोपहर बाद एक बजकर 30 मिनट पर पूरी हुई। पूर्वी मेदिनीपुर में तैनात सेना के जवानों की टीम ने तूफान में फंसे 32 लोगों को बचाया। ओडिशा के क्योंझर जिले में एक व्यक्ति की मौत पेड़ गिरने से हो गई।

ओडिशा के संवेदनशील क्षेत्रों से 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है और बंगाल में 15 लाख लोगों को शरणस्थलों में पहुंचाया गया है। भद्रक जिले में तट से टकराने के बाद 10.30 से 11.30 के बीच वह दक्षिणी बालासोर के 20 किलोमीटर करीब से गुजरा।

इस दौरान 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके बाद तूफान उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ गया और बालासोर से करीब 15 किमी दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम की तरफ केंद्रित हो गया। तूफान का असर झारखंड और बिहार में भी दिखा है। पटना सहित बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

बंगाल के हल्दिया में सेना, एनडीआरएफ और तटरक्षक दल के लोग बचाव अभियान में जुटे। प्रभावित हुए लोगों के लिए नौसेना का जहाज आइएनएस चिलिका में राहत सामग्री लेकर खुर्दा पहुंचा। चांदीपुर और अब्दुल कलाम आइलैंड पर मिसाइल लॉन्चिंग साइट को नुकसान पहुंचा है।

ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने बताया कि बालासोर जिले के बहनागा और रेमुना ब्लॉक और भद्रक जिले के धामरा और बासुदेवपुर के कई गांवों में समुद्री पानी घुस गया। क्योंझर जिले के अनादापुर प्रखंड के पंचुपल्ली गांव में एक व्यक्ति की मौत पेड़ गिरने से हो गई। युवक की पहचान पूर्ण चंद्र नायक के रूप में हुई है।

राहत में जुटे एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि बालासोर जिले के साथ सीमा साझा करने वाले पूर्वी मिदनापुर के दीघा पूरी तरह से जलमग्न हो गया है और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सेना को बुलाया गया है। सेना ने राज्य प्रशासन की मदद के लिए बंगाल में 17 कॉलम तैनात किए हैं।

Related posts