ब्लैक फंगस की दवा बनाने के लिए 3 दिन में 5 कंपनियों को मिली मंजूरी, विदेश से भी आएगी 6 लाख खुराक – Navbharat Times

नई दिल्ली
कोरोना महामारी के खिलाफ जंग के बीच अब म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया गया है। फंगस के इलाज में असरदार दवा एम्फोटेरिसीन-बी की कमी सामने आने के बाद अब इसके उत्पादन के लिए तीन दिन में 5 कंपनियों को मंजूरी दी गई है। ब्लैक फंगस के नाम से चर्चित म्यूकोरमाइकोसिस नाक, आंख और कभी-कभी दिमाग को भी नुकसान पहुंचाता है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।

मंडाविया ने ट्विटर पर लिखा, ‘ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के इलाज में उपयोगी एम्फोटेरिसीन-बी की कमी का समाधान जल्द किया जाएगा। तीन दिनों के भीतर 5 और दवा कंपनियों को भारत में औषधि बनाने की मंजूरी दी गई है। ये कंपनियां मौजूदा 6 दवा कंपनियों के अलावा हैं।’ रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री मंडाविया ने यह भी कहा कि मौजूदा दवा कंपनियों ने औषधि का उत्पादन बढ़ाना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘भारतीय कंपनियों ने एम्फोटेरिसीन-बी की 6 लाख खुराक के आयात के लिए भी ऑर्डर दिए हैं। हम स्थिति सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।’ मंत्री ने कहा कि एमक्योर फार्मास्युटिकल्स, नैटको फार्मा, गुफिक बायोसाइंस, एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स और लाइका फार्मास्युटिकल्स को हाल के दिनों में एम्फोटेरिसीन-बी के उत्पादन के लिए मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि माइलान, बीडीआर फार्मा, सन फार्मा और सिप्ला जैसी कंपनियां पहले से ही इस दवा के उत्पादन में लगी हुई हैं।

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