न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Thu, 20 May 2021 01:16 PM IST
सार
कोरोना की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही, देशभर के अलग-अलग हिस्सों में संक्रमण पहले से भले ही कम हुआ है, लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर राज्यों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी है। इस संकट से निपटने के लिए पीएम लगातार राज्यों का जायजा ले रहे हैं।
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विस्तार
जीवन बचाने के साथ-साथ जीवन को आसान बनाए रखना भी जरूरी-पीएम मोदी
जिलाधिकारियों से संवाद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस संकट में जीवन बचाने के साथ साथ जीवन को आसान बनाए रखना भी जरूरी है। गरीबों को मदद मिलती रहनी चाहिए। साथ ही दवाओं और उपकरणों की कालाबाजारी पर रोक लगे। 100 साल के इतिहास में ऐसी महामारी नहीं आई थी, लेकिन मुझे भरोसा है आप सभी जिलाधिकारियों पर कि ठोस रणनीति और मजबूत प्लानिग के जरिए आप संक्रमण पर विजय पाएंगे।
बैठक में 10 राज्यों के मुख्यमंत्री और उन राज्यों के 54 डीएम भी शामिल हैं। पीएम मोदी की उच्चस्तरीय बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहली बार शामिल हुई। कोरोना की दूसरी लहर में पीएम मोदी की ओर से बुलाई गई किसी भी बैठक में ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई थीं।
टीकाकरण पर जोर देने की अपील
दरअसल, पिछले दिनों नौ राज्यों के जिला अधिकारियों के साथ हुई बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना से जुड़े आंकड़े राज्यों को पारदर्शी तरीके से बताने चाहिए।. ज्यादा संख्या होने पर घबराना नहीं चाहिए। पीएम मोदी ने संवाद के दौरान टेस्टिंग और टीकाकरण में और तेजी लाने की अपील की। साथ ही प्रधानमंत्री ने कोरोना की दवाओं और उपकरणों की कालाबाजारी पर नकेल कसने की जरूरत पर भी जोर दिया था। इसके अलावा पीएम मोदी ने गांवों में फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए घर-घर कोरोना टेस्टिंग पर जोर दिया।