उत्तर प्रदेश में कोरोना से अब तक तीन मंत्रियों की मौत हो चुकी है. मंगलवार को राज्य के बाढ़ नियंत्रण और राजस्व राज्य मंत्री विजय कश्यप की गुड़गाँव के मेदांता अस्पताल में मौत हो गई. वे 56 साल के थे.
मुज़फ़्फ़रनगर के चरथावल विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय कश्यप पिछले हफ़्ते ही संक्रमित हुए थे.
उन्हेंआरएसएस का क़रीबी माना जाता था और अगस्त 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया था तो उसमें विजय कश्यप को भी शामिल किया था.
इससे पहले कोरोना की पहली लहर में दो और मंत्री चेतन चौहान और कमल रानी वरुण की मौत हुई थी. योगी आदित्यनाथ ने विजय कश्यप की मौत पर शोक व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ”उत्तर प्रदेश सरकार में मेरे सहयोगी तथा राजस्व व बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री श्री विजय कश्यप जी का निधन अत्यंत दुखद है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने परम धाम में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति.”
विजय कश्यप के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दुख जताया है. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है, ”भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री विजय कश्यप जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. वे ज़मीन से जुड़े नेता थे और सदा जनहित के कार्यों में समर्पित रहे. शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति!”
विजय कश्यप बीजेपी के पाँचवें विधायक हैं, जिनकी मौत कोरोना वायरस की दूसरी लहर में हुई है.
इससे पहले सालोन से विधायक दल बहादुर कोरी, नवाबगंज के विधायक केसर सिंह गंगवार, औरैया से विधायक रमेश दिवाकर और पश्चिमी लखनऊ से सुरेश कुमार श्रीवास्तव का कोरोना से निधन हुआ था.
कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुज़फ़्फ़रनगर गए थे और उन्होंने अपनी सरकार की पीठ थपथपाई थी. लेकिन मुख्यमंत्री के आने से पहले शहर के नेता श्रीमोहन तयाल ने प्रशासन और व्यवस्था की शिकायत में ट्वीट किए थे.
मोहन तयाल ने अपने ट्वीट में लिखा था, ”मुज़फ़्फ़रनगर मेडिकल कॉलेज के हालात पर भी ग़ौर कीजिएगा, जहाँ मरीज़ों से दुर्व्यवहार की घटना आम है और सरकारी मशीनरी अपनी पीठ थपथपाती है और गुड वर्क दिखाती है. सच्चाई ये है कि इलाज के अभाव में मौतें अधिक हुई हैं.”
अपने दूसरे ट्वीट में मोहन तयाल ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को ट्वीट करते हुए लिखा था, ”माननीय मुख्यमंत्री जी प्रणाम, जनपद में अनेक लोग कोरोना से काल के ग्रास मे जा चुके है, जिसमे पार्टी के भी मज़बूत कार्यकर्ता शामिल हैं, मगर आपके आदेशों को धता बताते हुए अधिकारी और डॉक्टर कार्यकताओं का फ़ोन तक नही उठाते और उठाते है तो सही व्यवहार नही करते.”