मौसम विभाग ने शनिवार को अनुमान लगाया है कि अरब सागर के ऊपर से उठा चक्रवाती तूफान ताउते अगले दो दिनों में बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप लेगा। 18 मई को यह गुजरात के पोरबंदर व नालिया तट पर भारी तबाही मचाएगा। अलर्ट के मद्देनजर एनडीआरएफ ने तूफान से निपटने के लिए राहत टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है। साथ ही प्रभावित सभी छह राज्यों ने भी कमर कस ली है। अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह 8:30 बजे ताउते अरब सागर के ऊपर पूर्व मध्य दिशा में था। यहां से आगे बढ़ते हुए अगले 24 घंटे में गंभीर और उसके बाद बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा। यह 18 मई की दोपहर से शाम के बीच गुजरात के पोरबंदर से होता हुआ पाकिस्तान की ओर रुख करेगा। इस दौरान पोरबंदर और नालिया तट पर इसके भारी तबाही मचाने का आसार है। इस दौरान केरल, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, कर्नाटक, गोवा, गुजरात और पश्चिम राजस्थान में भारी बारिश होगी। वहीं दक्षिणीपूर्व अरब सागर पर 85 से 95 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। उधर, 16 मई की सुबह तटीय क्षेत्र में हवाओं की रफ्तार 130 से 145 किमी प्रतिघंटा हो जाएगी। महाराष्ट्र के पालघर में 97 नावें अभी भी तटों पर वापस नहीं लौटी हैं। ठाणे व पालघर प्रशासन ने लोगों से घरों से नहीं निकलने और समुद्र से दूर रहने की अपील की है।
एनडीआरएफ की 100 टीमें तैयार
एनडीआरएफ ने तूफान ताऊते से निपटने के लिए टीमों की संख्या शनिवार को 53 से बढ़ाकर 100 कर दी। इनमें 42 टीमों को केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में तैनात कर दिया गया है और 26 को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इसके अलावा 32 टीमों को बैकअप में रखा गया है जिन्हें जरूरत के आधार पर एयरलिफ्ट कर मोर्चे पर लगाया जाएगा। एनडीआरएफ महानिदेशक एसएन प्रधान ने ट्वीट कर बताया कि इन टीमों के सभी सदस्यों को कोरोना का टीका लग चुका है। उन्होंने बताया कि गुजरात के लिए भुवनेश्वर से भी टीमें रवाना हो चुकी हैं। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात में 18 मई की दोपहर तक तूफान दस्तक दे सकता है।
एएआई भी रख रही नजर, फिलहाल हवाईअड्डे बंद करने की नौबत नहीं
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) भी तूफान की चाल पर पूरी नजर रख रहा है। हालांकि प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि अभी हवाई अड्डों को बंद करने की नौबत नहीं है। क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि कौन सा इलाका अधिक प्रभावित होगा। उधर, विमानन कंपनियों ने एहतियातन अपने यात्रियों को अलर्ट जारी कर दिया है कि तूफान के कारण उनकी उड़ानों का संचालन प्रभावित हो सकता है।
गुजरात सरकार तैयार
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बनासकांठा जिले में कहा कि राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है और एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में जिला प्रशासनों को सतर्क कर दिया गया है जिनके चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है। एनडीआरएफ की टीमें राज्य में पहुंच रही हैं।
उद्धव ने दिए सतर्क रहने के निर्देश
वहीं, महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तटीय जिलों में अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया। ठाकरे ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में कहा कि पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि, सिंधुदुर्ग जिलों के कलेक्टरों को सभी आवश्यक सावधानी बरतने को कहा गया है।
तौकते’ के असर से राजस्थान के कई इलाकों में हो सकती है भारी बारिश
चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के अनेक इलाकों में तेज हवाएं चलने व हल्की से भारी बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार राजस्थान में चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के असर से 16 मई से तेज अंधड़ के साथ बारिश होने लगेगी। विशेष रूप से उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग के जिलों में रविवार को तेज अंधड़ व 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से अचानक तेज हवाएं चलें और हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है।
विभाग के अनुसार, 17 मई को कोटा, उदयपुर अजमेर और जोधपुर संभाग के जिलों में गरज के साथ बारिश होने, और 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से अचानक तेज हवाओं के साथ ज्यादातर भागों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने जबकि एक दो स्थानों पर भारी बारिश होने की भी संभावना है।