हाइलाइट्स:
- कोविड-19 की दूसरी लहर को लेकर उच्चस्तरीय बैठक करेंगे पीएम मोदी
- ताजा हालात पर चर्चा के अलावा कोविड-19 टीकाकरण पर भी होगी बात
- गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी रहेंगे मीटिंग में मौजूद
- पीएमओ के अलावा हेल्थ मिनिस्ट्री और ICMR के अधिकारी भी होंगे शामिल
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 को लेकर आज एक अहम बैठक करने वाले हैं। वर्चुअल तरीके से होने वाली इस उच्चस्तरीय बैठक में ताजा हालात और कोविड-19 टीकाकरण की स्थिति पर चर्चा होगी। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के अलावा स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), स्वास्थ्य मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के वैज्ञानिक भी सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली इस बैठक का हिस्सा होंगे।
कल कहा था, देशवासियों का दर्द समझता हूं
पीएम मोदी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि कोविड-19 महामारी में देशवासी जो कष्ट झेल रहे हैं, वे उसे महसूस कर रहे हैं। मोदी ने ‘पीएम किसान’ की 8वीं किस्त ट्रांसफर करते हुए कहा था, “बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियों ने सहा है, उसे मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं। देश का प्रधान सेवक होने के नाते, आपकी हर भावना का मैं सहभागी हूं। कोरोना की सेकेंड वेव से मुकाबले में संसाधनों से जुड़े सभी गतिरोध तेजी से दूर किए जा रहे हैं। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।”
पीएम ने कहा था कि ‘100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। हम अपने बहुत से करीबियों को खो चुके हैं।’ उन्होंने देशवासियों से जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील भी की।
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पीएम ने कहा था, “देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है। इसलिए जब भी आपकी बारी आए तो टीका जरूर लगाएं। ये टीका हमें कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा कवच देगा, गंभीर बीमारी की आशंका को कम करेगा।”
राज्यों से कहा, जमाखोरों पर सख्त कार्रवाई करें
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सभी राज्यों को ऑक्सिजन सिलिंडर के जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मोदी ने कहा, ‘हमारे तीन सशस्त्र बल जरूरतमंदों की सेवा करने की कोशिश कर रहे हैं और कोविड संकट के बीच ऑक्सिजन ट्रेनें लगातार ऑक्सिजन सिलिंडर भेज रही हैं। लेकिन ऐसे कई लोग हैं, जो ऑक्सिजन की जमाखोरी में शामिल हैं। राज्यों को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।’