नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जंग में भारत को जल्द ही 5 अन्य वैक्सीन की मदद मिलने वाली है. भारत सरकार ने कुल 8 वैक्सीन की संभावित लिस्ट पेश की है. भले ही अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मदद से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जल्द ही अन्य वैक्सीन लोगों को लगनी शुरू हो जाएंगी. यही कारण है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस साल दिसंबर तक भारत में करीब 2 अरब से अधिक वैक्सीन की खुराकें उपलब्ध होने की बात कही है.
1. रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. पॉल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी अगले सप्ताह भारत के बाजारों में उपलब्ध हो जाएगी. सरकार आने वाले समय में इन तीन वैक्सीन के अलावा जिन 5 वैक्सीन के तैयार होने की उम्मीद कर रही है, उनमें से चार वैक्सीन मेड इन इंडिया है. आइए जानते हैं उनके बारे में…
2. बायोलॉजिकल ई सबयूनिट वैक्सीन
मंत्रालय के अनुसार, बायोलॉजिकल ई सबयूनिट एक सबयूनिट वैक्सीन है, जो परीक्षण के तीसरे चरण में है. इस वैक्सीन को पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में सुरक्षित पाया गया है. सरकार इस वैक्सीन को लेकर काफी आशान्वित है. केंद्र को अगस्त से दिसंबर के बीच इस टीके की 30 करोड़ खुराक मिलने की उम्मीद है, बशर्ते उसे इसकी अनुमति मिल जाए.
3. जायडस कैडिला डीएनए वैक्सीन
जायडस कैडिला की यह वैक्सीन अपने तीसरे चरण के ट्रायल में है, और कंपनी जल्द ही इसके लाइसेंस के लिए भारत में अप्लाई करेगी. यह तीन खुराकों वाली वैक्सीन है, और इसे इंजेक्शन फ्री तकनीक से दिया जाएगा. सरकार को दिसंबर तक जायडस कैडिला वैक्सीन की 5 करोड़ खुराक मिलने की उम्मीद है.
4. नोवावैक्स अथवा कोवावैक्स
ये वैक्सीन भी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा भारत में बनाई जाएगी. इस वैक्सीन को अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स ने विकसित किया है. इसके साथ ही पुणे की जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स कंपनी भी मैसेंजर आरएनए वैक्सीन (mRNA) को विकसित कर रही है. फाइजर और मॉडर्न भी mRNA वैक्सीन ही है.
5. भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कंपनी इस वक्त नाक से दी जाने वाली नेजल वैक्सीन पर काम कर रही है. ये सिंगल डोज वैक्सीन होगी जिसे नाक के जरिए लिया जाएगा. फिलहाल, इस वैक्सीन की पहले और दूसरे चरण का ट्रायल चल रहा है.
LIVE TV