न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Tanuja Yadav
Updated Fri, 07 May 2021 10:29 AM IST
सार
केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन ने चेतावनी दी कि वैरिएंट में बदलाव के चलते देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी। इस लहर के तहत व्यस्कों से ज्यादा बच्चों पर असर पड़ सकता है।
कोरोना वायरस (सांकेतिक फोटो)
– फोटो : PTI
विस्तार
देश में अभी लोग कोरोना वायरस की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ ही रहे हैं कि कुछ जानकारों ने कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जता दी है। बता दें कि कई देशों में कोरोना वायरस की चौथी लहर तक आ चुकी है। हालांकि देश में कोरोना की तीसरी लहर कब तक आएगी, इस पर कुछ नहीं कहा गया है।
नवंबर-दिसंबर में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर
कर्नाटक में राष्ट्रीय कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य और प्रोफेसर डॉक्टर गिरिधर बाबू का अनुमान है कि इस साल सर्दियों के मौसम यानी नवंबर के अंत और दिसंबर की शुरुआत में तीसरी लहर के आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस साल दिवाली से पहले कमजोर लोगों को कोरोना का टीका लग जाना चाहिए, ताकि तीसरी लहर में ज्यादा से ज्यादा जान बचाई जा सकें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगली लहर युवाओं को ज्यादा टारेगट करेगी।
वैक्सीनेशन में तेजी से मिलेगी मदद
डॉक्टर बाबू का कहना है कि वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने से तीसरी लहर से लड़ने में मदद मिलेगी। दूसरी लहर के निकलने के बाद स्थायी समाधान को लागू करना बहुत जरूरी है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या और मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए आक्रामक नियंत्रण रणनीति की जरूरत पड़ेगी।
देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 16.49 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी है। वहीं पिछले 24 घंटे में 18-44 साल के बीच के 2.30 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगा है। वहीं 45+ की उम्र वाले 18.9 लाख लोगों को ही बीते 24 घंटे में कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है। मौजूदा समय में भारत ने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक से अभी तक सिर्फ 11 फीसदी जनसंंख्या को ही सुरक्षित किया है। दैनिक टीकाकरण मामले भी 40-50 लाख के आंकड़े को पार नहीं कर रहे हैं।
केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी थी कि कोरोना के वैरिएंट में बदलाव देखे जा रहे हैं, हमें तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा। हम समय को लेकर भविष्यवाणी नही कर सकते लेकिन ये पहले ज्यादा खतरनाक होगी।
वयस्कों से ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी तीसरी लहर
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तीसरी लहर के दौरान व्यस्कों से ज्यादा बच्चों पर असर पड़ेगा। जब तक तीसरी लहर के आने की संभावना होगी, तब तक ज्यादातर व्यस्कों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक लग जाएगी। लेकिन बच्चों के लिए अभी भी कोई वैक्सीन तैयार नहीं की गई है।
आगे पढ़ें
देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी