चार चरणों में हुई उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती आज से यानि रविवार से शुरू हो गई है और सभी नतीजे आने तक जारी रहेगी. राज्य चुनाव आयोग ने 826 ब्लॉकों में 824 काउंटिंग सेंटर बनाएं हैं, जहां मतों की गिनती जारी है. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य के सभी 75 जिलों की मतगणना में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के पदों के लिए कुल 12,89,830 उम्मीदवारों की तकदीर का फैसला होगा. उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों के लिये होने वाली मतगणना पर रोक लगाने से शनिवार को इंकार कर दिया और कहा कि मतगणना के दौरान या उसके बाद विजय जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी. यूपी पंचायत चुनाव परिणाम 2021 की गिनती की लेटेस्ट न्यूज LIVE UPDATES: यहां यूपी पंचायत चुनाव परिणाम मतगणना, लेटेस्ट न्यूज, भाजपा, सपा पार्टी वार सीटें, विजेताओं की पूरी सूची और अधिक जानकारी यहां जानें… – जसवंतनगर तहसील के नागरी ग्राम पंचायत से प्रधान पद के लिए मीना मिश्रा हुई निर्वाचित. चांदनपुर ग्राम पंचायत से प्रधान पद के लिए ब्रजेन्द्र सिंह हुए निर्वाचित. मलहुपुर ग्राम पंचायत से प्रधान पद के लिए जितेंद्र सिंह हुए निर्वाचित. – इटावा के सैफई द्वितीय से जिला पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवार अभिषेक यादव 1100 मतों से आगे. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं अभिषेक यादव. निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं अभिषेक यादव. इटावा में पीएसपी और सपा के संयुक्त उम्मीदवार हैं अभिषेक यादव. – चंदौली जिले के चकिया ब्लॉक के ग्राम सभा इसहुल से प्रधान पद के प्रत्याशी ओमप्रकाश 470 मत प्राप्त कर 2 वोटों विजयी. निकटतम प्रत्याशी चंदन को 468 मत प्राप्त हुआ.- इटावा: मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई के ग्राम पंचायत पद के उम्मीदवार के लिए मतगणना में रामफल वाल्मीकि पहले राउंड में 500 वोटों से आगे. रामफल बाल्मीकी को मुलायम परिवार का मिला है समर्थन. 50 सालों से नहीं हुआ था प्रधान पद के लिए मतदान. रामफल बाल्मीकि के अलावा एक अन्य महिला विनीता चुनाव मैदान में प्रधान पद के लिए उतरी हुई है. – पंचायत चुनाव की मतगणना के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। हर मतगणना केंद्र पर एडिशनल डीसीपी लेवल के अधिकारी लगाए गए हैं, पर्याप्त फोर्स लगाई गई है। किसी भी प्रकार के विजय जुलूस और ऐसे किसी भी आयोजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी: असीम अरुण, कानपुर के पुलिस कमिश्नर – चुनाव आयोग के अनुसार, जिला पंचायत सदस्य के सात, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2,005 ग्राम पंचायत प्रधान के 178 और ग्राम पंचायत सदस्य के 3,17,127 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. इस प्रकार राज्य में चारों चरणों के चुनाव क्षेत्रों से कुल 3,19, 317 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये जा चुके हैं.
– उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मत डाले गये। पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ. राज्य में चारों चरणों में ग्राम पंचायत प्रधान के 58,194, ग्राम पंचायत सदस्य के 7,31,813, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,808 तथा जिला पंचायत सदस्य के 3,051 पदों के लिए मत डाले गये हैं. इनमें से कुछ पदों पर निर्विरोध निर्वाचन भी हो चुका है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से पंचायत चुनाव प्रक्रिया 25 मई तक समाप्त करने को कहा था. – सुप्रीम कोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में मतगणना पर रोक लगाने से शनिवार को इनकार करने के बाद मतों की गिनती आज सुबह आठ बजे से शुरू हो गई है. राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों और अभिकर्ताओं को स्पष्ट हिदायत दी है कि मतगणना केंद्रों में उन्हें ही प्रवेश मिलेगा जिनकी कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव होगी. – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ और उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ समेत कई संगठनों ने मतगणना के बहिष्कार की घोषणा की थी लेकिन शनिवार की शाम उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी के साथ हुई वार्ता के बाद उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ समेत कई संगठनों ने मतगणना न करने का अपना फैसला वापस ले लिया. रात नौ बजे तक राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मतगणना कराने को लेकर कोई फैसला नहीं कर सका था. – कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और अधिकाधिक संख्या में कर्मचारी, शिक्षक, अभियंताओं और अधिकारियों की मौत के बाद विभिन्न शिक्षक और कर्मचारी संगठनों की मांग पर मतगणना बहिष्कार की घोषणा करने वाले संगठनों ने शनिवार की शाम उच्च्तम न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए मतगणना करने का निर्णय लिया है. – शनिवार शाम जारी एक बयान में विभिन्न संगठनों के एक समूह ने मतगणना ड्यूटी में लगाए गए कार्मिकों, शिक्षकों की सुरक्षा के संबंध में मुख्य सचिव स्तर की वार्ता में दस मांगें रखी जिसका अनुपालन शासन द्वारा कराये जाने का आश्वासन मिलने के बाद कर्मचारी और शिक्षक संगठनों ने मतगणना में शामिल होने का निर्णय लिया है. – कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में मुख्य स्तर की कमेटी के साथ वार्ता में कर्मचारी शिक्षक मोर्चा के अध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ डॉ. दिनेश चन्द्र शर्मा, प्रधान महासचिव सुशील कुमार त्रिपाठी, कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी, रामराज दुबे, सतीश कुमार पाण्डेय और कमलेश मिश्रा शामिल थे’ – शासन के आला अफसरों के समक्ष मतगणना के दौरान कार्मिकों को किट उपलब्ध कराने, प्रत्येक जिले में 10 बेड आईसीयू और वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ इसकी व्यवस्था के लिए अधिकारी की नियुक्ति, सभी कार्मिकों का टीकाकरण, ड्यूटी में लगे कार्मिकों चाहे वह नियमित हो या संविदा, स्थाई मानदेय को कोरोना डयूटी के दौरान मृत्यु होने पर पचास लाख मुआवजा, मृतक के आश्रितों को नौकरी,कोरोना पीड़ितों के सभी खर्च सरकार द्वारा वहन करने की मांग रखी गई. पीने के पानी की सील्ड बोतल और वाहन की व्यवस्था, पीड़ित कार्मिकों को मोबाईल की अनुमति दी जाए. विशेष रूप से यह तय किया गया कि जिन कार्मिकों को खांसी-बुखार होगा उन्हें ड्यूटी में नहीं लगाया जाएगा. कार्मिकों की अधिकतम ड्यूटी आठ घण्टे तथा मतगणना जारी रहने मतगणना स्थल के आसपास कर्फ्यू जारी रखने की भी मांग की गई.