क्या तीसरी बार बंगाल की सत्ता पर काबिज होंगी ममता बनर्जी? नंदीग्राम में शुवेंदु अधिकारी के साथ है कड़ी टक्कर – News18 हिंदी

ममता बनर्जी के हारने से पार्टी को क्‍या-क्‍या नुकसान हो सकते हैं? (फाइल फोटो)

West Bengal Assembly Election 2021: टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए एक बुरी खबर है. उन्हें नंदीग्राम (Nandigram) से हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी के उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने उन्हें 1662 वोटों से हरा दिया है.

  • Share this:
West Bengal Assembly Election 2021: आज पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. वोटों की गिनती अभी जारी है मगर तस्वीर साफ हो चुकी है. टीएमसी ने बंगाल पर फिर से फतह हासिल कर ली है. लेकिन इस बीच टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के लिए एक बुरी खबर है. उन्हें नंदीग्राम से हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी के उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने उन्हें 1662 वोटों से हरा दिया है. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल (Bengal) से कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी के लगभग 34 साल के राज का खात्मा कर के बंगाल की गद्दी को पहली बार साल 2011 में संभाला था. ममता बनर्जी बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं. ममता ने साल 1998 में ममता ने खुद को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से खुद को अलग कर तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी. आपको बता दें कि ममता बनर्जी ने दो बार केंद्र सरकार में रेल मंत्री का पदभार संभाला है. इसके अलावा वो कोयला मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, खेल मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्री भी रह चुकी हैं. इस साल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और सत्ताधारी टीएमसी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. कोरोना महामारी के बीच हुए चुनाव प्रचार को लेकर बीजेपी और टीमएसी दोनों को ही लोगों ने कटघरे में रखा था. ममता ने चुनाव प्रचार के दौरान केंद्र की बीजेपी सरकार पर चुनावों में गड़बड़ी पैदा करने का आरोप लगाते हुए खेला होबे का नारा दिया था. वहीं पीएम मोदी का ममता बनर्जी को लेकर किया गया दीदी…ओ…दीदी का तंज भी काफी सुर्खियों में रहा. कभी जय श्री राम पर बवाल तो कभी ममता बनर्जी के काफिले पर हमला हो जाना, इस विधानसभा चुनाव में जनता को राजनीति के अलग-अलग रूप देखने को मिले हैं.

Related posts