बिहार में बड़ा हादसा: पटना में दानापुर के पीपा पुल को तोड़ पिकअप गंगा में समाई, एक परिवार के 9 की मौत, ड्राइव… – Dainik Bhaskar

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पटना7 मिनट पहलेलेखक: प्रणय प्रियंवद

SDRF की टीम और JCB की मदद से पिकअप वैन को बाहर निकाला गया।

बिहार की राजधानी पटना से सटे दानापुर में पीपा (अस्थायी) पुल से अनियंत्रित होकर एक पिकअप वैन शुक्रवार सुबह गंगा में समा गई। हादसे में एक ही परिवार के 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर और वैन के ऊपर बैठे 2 लोग तैरकर बाहर निकल गए। शुरू में इस गाड़ी पर 18 लोगों के होने की बात आई थी, लेकिन जिंदा बचे लोगों ने गोताखोरों की मेहनत से निकाली गई 1 लाश और समाई वैन के अंदर मिली 8 लाशों की पहचान करने के बाद बताया कि इतने ही लोग थे।

पीपा पुल के ऊपर से JCB की मदद से पिकअप वैन को निकाला गया।

पैतृक गांव पर बेटे का तिलक कर लौट रहा था परिवार

बुधवार को चंद्रदेव सिंह के यहां अकिलपुर दियारा में तिलक समारोह था। इसी परिवार का घर दानापुर नासरीगंज में भी है। शादी का कार्यक्रम नासरीगंज से होना तय था। शादी 26 अप्रैल को होनी थी। इसी को लेकर सामान के साथ एक दर्जन से ऊपर घर के सगे-संबंधी दानापुर पीपापुल के रास्ते नासरीगंज आ रहे थे। इसी बीच गाड़ी पीपा पुल से अनियंत्रित होकर गंगा नदी में गिर गई। स्थानीय लोगों ने नाव के सहारे गाड़ी को निकालने का भरसक प्रयास किया लेकिन गाड़ी निकालने में नाकामयाब रहे। मरने वालों में रामाकांत सिंह (66 वर्ष), अरविंद सिंह (50 वर्ष), गीता देवी (55 वर्ष), अनुरागी देवी (65 वर्ष), गायत्री देवी (50 वर्ष), सरोज देवी (50 वर्ष), आशीष कुमार (10 वर्ष), मधु कुमारी (14 वर्ष) और शिव कुमार (12 वर्ष) शामिल हैं।

तेजी से हिला पुल, लोगों से समझने से पहले वैन गुम

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी रूप से लोहे के पीपा से तैयार होने वाले पुल से कोई भी गाड़ी गुजरती है तो इसमें कंपन होता है। शुक्रवार को जब पीपा पुल की रेलिंग को तोड़ती हुई यह वैन पुल में गिरी तो तेजी से पुल हिला। यह देखकर पीछे की गाड़ियां तेजी से घटनास्थल पर पहुंचीं, लेकिन तबतक पिकअप वैन गंगा में समा गई। लोगों का शोर सुन दोनों तरफ से करीब 2 हजार से ज्यादा लोग पुल पर पहुंच गए, जबकि करीब 10 हजार से ज्यादा लोग गंगा किनारे जुट गए।

सुबह-सुबह हादसे की खबर लगते ही आसपास के गांवों के लोग गंगा के किनारे पहुंच गए और SDRF के साथ बचाव के काम में जुट गए।

सुबह-सुबह हादसे की खबर लगते ही आसपास के गांवों के लोग गंगा के किनारे पहुंच गए और SDRF के साथ बचाव के काम में जुट गए।

ड्राइवर के अलावा छत पर बैठे 2 लोग ही जिंदा बचे

किसी भी गाड़ी की छत पर बैठना मना भी है और खतरनाक भी, लेकिन शुक्रवार को गंगा में समाने वाली पिकअप वैन के ड्राइवर मुकेश कुमार के अलावा इसकी छत पर बैठे 2 लोग ही जिंदा बचे। इनमें से एक सुजीत कुमार सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि वैन के अंदर जितने लोग थे, वह उसी के अंदर बैठे रह गए और गंगा के पानी में दम घुटने से उनकी मौत हो गई। वजन के कारण गाड़ी कुछ ही मिनट में अंदर समा गई। हादसे के कुछ पल के अंदर गाड़ी से बाहर निकले शख्स की लाश सबसे पहले गोताखोरों ने निकाली थी। बाकी लाशें वैन से निकलीं।

पहली लाश को पोस्टमार्टम के लिए जाने से रोका

शुरू में गोताखोरों ने एक महिला की लाश निकाली और उधर परिवार के 2 लोग जिंदा तैरकर बाहर निकले थे। एक ही लाश मिलने और बाकी लोगों के गायब रहने की खबर मिलने के कारण जिंदा बचे दोनों लोग जिद पर अड़ गए कि जबतक गाड़ी नहीं मिलती, पोस्टमार्टम के लिए लाश उठने नहीं देंगे। मौजूद भीड़ ने भी उनका साथ दिया। इसके बाद प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से 1 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। घटनास्थल से कुछ दूर पर पिकअप वैन गंगा में 25 फीट की गहराई पर मिली। इसके बाद पीपापुल पर आई JCB ने गंगा से पिकअप वैन को खींचकर निकाला तो 8 लाशें अंदर ही नजर आईं।

नदी से निकाले जाने के बाद किनारे पर रखे गए शव।

नदी से निकाले जाने के बाद किनारे पर रखे गए शव।

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