West Bengal Chunav 2021: चुनावी रैली के मंच से पीएम मोदी ने गिनाया… इन तारीखों को ममता बनर्जी ने मुझे कहे अपशब्द – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • एक-एक तारीख का पीएम ने किया जिक्र
  • कहा-अपने सबसे प्रिय भाइपो से उठक-बैठक कराई होती तो आज ये दिन ना देखने पड़ते
  • दीदी ने मुझे श्रमिकों का हत्यारा बताया, दंगा करने वाला तक बताया: मोदी

गंगारामपुर (दक्षिण दिनाजपुर)
पश्चिम बंगाल में जहां पांचवें चरण का मतदान चल रहा है तो वहीं छठवें चरण को लेकर चुनाव प्रचार जोरों पर है। बंगाल में छठवें चरण में बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी लगातार रैली कर रहे हैं।

शनिवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर ज़िले के गंगारामपुर में मोदी ने रैली की। इस दौरान मोदी ने कहा कि दीदी की गालियों से मुझे कोई दिक्कत नहीं है। दीदी, आप मुझे जितना कोसना है कोसिए, जितनी गाली देनी हो दीजिए, लेकिन कम से कम बंगाल के कल्चर को तो मत भूलिए। देश की जनता, बंगाल की समृद्ध विरासत, यहां के लोगों की वाणी-वर्तन पर गर्व करती है।

’19 मार्च को दीदी ने कहा…’
प्रधानमंत्री ने कहा कि 19 मार्च को दीदी ने कहा, ‘वो मोदी का चेहरा नहीं देखना चाहती। फिर दीदी ने देश के प्रधानमंत्री की तुलना, लुटेरे, दंगाई, दुर्योधन, दुशासन से कर दी। 20 मार्च को दीदी ने मुझे श्रमिकों का हत्यारा बताया, दंगा करने वाला तक बताया।’

’26 मार्च को दीदी ने कहा…’
मोदी ने कहा कि 26 मार्च को दीदी बोलीं, ‘देश में सिर्फ मोदी की दाढ़ी बढ़ती जा रही है। मोदी के दिमाग के साथ कुछ दिक्कत है, ऐसा लगता है मोदी का कोई स्क्रू ढीला है। 4 अप्रैल को दीदी इस बात पर भड़क गईं कि बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि क्या मैं भगवान हूं और सुपरह्यूमन हूं।’

’12 अप्रैल को दीदी ने कहा…’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 12 अप्रैल को दीदी ने कहा, ‘जहां मैं जाता हूं, वहां दंगे होने लगते हैं। 13 अप्रैल को दीदी ने फिर से मुझे सबसे बड़ा झूठा कहा, मंदबुद्धि कहा। ये लिस्ट बहुत लंबी है, मैंने कुछ ही गालियां आपके सामने प्रस्तुत की हैं।’

बंगाल चुनाव: ‘चंडीपाठ करके बीजेपी के जाल में फंस गईं ममता बनर्जी’, पहाड़ के नेता हरका बहादुर छेत्री ने कहा…
‘…तो आज ये दिन ना देखने पड़ते’
नरेंद्र मोदी ने कहा कि अरे दीदी, ओ दीदी, आपने बंगाल की गरीब जनता को लूटने वाले तोलाबाजों के कान मरोड़े होते, अपने सबसे प्रिय भाइपो से उठक-बैठक कराई होती तो आज ये दिन ना देखने पड़ते।

‘देखिए कि मुझे क्या-क्या सुनना पड़ता है’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मुझे बताइए, मुझे चुप रहना चाहिए क्या? जनता की आवाज उठानी चाहिए कि नहीं? बहनों की आवाज उठानी चाहिए कि नहीं? नौजवानों की आवाज उठानी चाहिए कि नहीं? लेकिन जब मैं बोलता हूं तो आप ही देखिए कि मुझे क्या-क्या सुनना पड़ता है।

पश्चिम बंगाल में दीदी के कराबी ने एससी वर्ग के लिए भिखारी का उपयोग किया है। ये बाबा साहेब आंबेडकर, श्री श्री हॉरिचन्द ठाकुर, जोगिंद्रनाथ मंडल, जैसी पुण्य आत्माओं के जीवन संघर्ष का बहुत बड़ा अपमान है।

Related posts