रूस की स्पुतनिक-वी वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने वाला 60वां देश बना भारत – दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

नई दिल्ली, एएनआइ। तीसरी कोरोना वैक्सीन के रूप में रूस की स्पुतनिक-वी को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने वाला भारत 60वां देश बन गया है। कोरोना वायरस के खिलाफ 3 बिलियन या 40 फीसद की कुल आबादी वाले देशों में इस टीके को मंजूरी मिल गई है। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। 

क्लीनिकल ट्रायल के पॉजिटिव परिणाम के बाद भारत में मिली मंजूरी

आरडीआइएफ (RDIF) की तरफ से घोषणा करते हुए कहा गया है कि  ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने देश में कोरोना वायरस के खिलाफ रूसी स्पुतनिक वी वैक्सीन के उपयोग की मंजूरी दे दी है। इनमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बेलारूस, सर्बिया, बोलिविया, अर्जेंटीना, वेनेजुएला, फिलिस्तीन, अल्जीरिया, तुर्कमेनिस्तान और पैराग्वे शामिल हैं। भारत स्पुतनिक वी को मंजूरी देने वाला 60 वां देश बन गया है।

कोविशील्ड व भारत बॉयोटेक से फिलहाल हो रहा टीकाकरण

इस वैक्सीन को भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी रूस में इसके क्लीनिकल ट्रायल के पॉजिटिव परिणाम के बाद दी गई है। देश में फिलहाल एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड व भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन से टीकाकरण किया जा रहा है। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक इन दोनों के मुकाबले ज्यादा असरकारी बताई जा रही है।

वैक्सीन की कीमत को लेकर नहीं हुआ कुछ साफ

बता दें कि दवा नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने स्पुतनिक-वी को पूरी तरह सुरक्षित और संक्रमण रोकने में कारगर पाए जाने के बाद ही इसे हरी झंडी दी। रूसी वैक्सीन परीक्षण में 91.6 फीसद कारगर पाई गई है। हालांकि, अभी इसकी कीमत को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। बता दें कि अब तक की सबसे प्रभावी इस वैक्सीन को 59 देशों में इजाजत मिल चुकी है। अब भारत 60वां देश है।

भारत में कोरोना के खिलाफ जंग में तीसरी वैक्सीन

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के गमलेया रिसर्च सेंटर द्वारा विकसित वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी’ का ट्रायल भारत में हैराबाद की जानी-मानी कंपनी डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने किया है। यह तीसरी वैक्सीन है, जो भारत में कोरोना के खिलाफ जंग में मददगार साबित होगी।

शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप

Related posts